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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra ३२० (९) www.kobatirth.org दादर (पश्चिम) श्री महावीर स्वामी भव्य शिखरबंदी दिगम्बर जिनालय २७१-२९३ एन. सी. केलकर रोड, दादर (पश्चिम), मुंबई - ४०००२८. टेलिफोन :- ४३० ३१५७ - रसिकभाई अमृतलाल मेहता विशेष :श्री दादर दिगम्बर जैन मुमुक्षु मंडल द्वारा संस्थापित एवं संचालित, श्री कानजी स्वामीजी की प्रेरणा से निर्मित श्री महावीर स्वामी दिगम्बर जैन मन्दिर की स्थापना वि. सं. २०२० का वैशाख सुदि ११, तारीख २२ - ५- १९६४ को हुई थी । Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir नीचे के भाग में मुख्य गंभारे में पाषाण के मूलनायक श्री महावीर स्वामी तथा आजुबाजु में श्री पार्श्वनाथ एवं श्री शीतलनाथ प्रभु की ३ प्रतिमाजी, पंचधातु की ३ प्रतिमाजी सुशोभित हैं । दिवारो पर शास्त्रो के उपदेशो की रचना हैं तथा एक तरफ श्री कानजी स्वामीजी की प्रतिमाजी सुशोभित हैं । (१०) मुंबई के जैन मन्दिर उपर मूलनायक श्री आदीश्वर प्रभु के साथ २ काउस्सग्ग पाषाण की ३ प्रतिमाजी के अलावा समवसरण दृश्य के साथ बिच में बिराजित आरस की ४ प्रतिमाजी तथा कांच की कारीगरी को देखकर भी मन आनन्द के झुले में झुलता हैं । उपर के भाग में मेन दरवाजे के बाहर की ओर कानजी स्वामीजी की प्रतिमाजी बिराजमान हैं । यहाँ महावीर दिगम्बर स्वाध्याय हॉल की व्यवस्था हैं । 1 खार (पश्चिम) श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर १५ वा रोड, खार (पश्चिम) मुंबई - ४०००५२. टेलिफोन :- श्री रतिलालभाई शाह ६४६ ०५ ६९, ३८५ १६५३ / २५०८ विशेष :- सन् १९६३ के वि. सं. २०१९ का मगसर सुदि १० को इस शिखरबंदी जिनालय की स्थापना हुई थी । यहाँ के मूलगंभारे में मूलनायक श्री पार्श्वनाथ भगवान तथा आजुबाजु में श्री आदिनाथ भगवान एवं श्री महावीर स्वामी भगवान की पाषाण की ३ प्रतिमाजी, पंचधातु की ४ प्रतिमाजी एवं विभिन्न प्रकार के १२ यंत्र सुशोभित हैं । - For Private and Personal Use Only
SR No.020486
Book TitleMumbai Ke Jain Mandir
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhanvarlal M Jain
PublisherGyan Pracharak Mandal
Publication Year1999
Total Pages492
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size28 MB
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