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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir २७८ मुंबई के जैन मन्दिर भी बिराजमान हैं। श्री नाकोडा भैरूजी, श्री घंटाकर्ण वीर, श्री मणिभद्र वीर, श्री अंबामाता, श्री पद्मावती देवी, श्री सरस्वती देवी भी सुशोभित हैं। गृह मन्दिर की प्रतिमाजी उपर बिराजमान की गई हैं. जहाँ पंचधातु की मूलनायक श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ भगवान की प्रतिमा के साथ श्री सुमतिनाथ व श्री महावीर स्वामी की पाषाण २ प्रतिमाजी एवं यक्ष - यक्षिणी बिराजमान हैं। यहाँ श्री नेमिनाथ यंग स्टार ग्रुप, श्री केसरीया जैन मित्र मंडल, एलर्ट यंग ग्रुप - भीवण्डी, एलर्ट टीन एजर्स ग्रुप-भीवण्डी आदि युवक मंडल एवं महिला मंडल भक्ति भावना में अग्रसर हैं। (४२२) श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ भगवान गृह मंदिर धुंघट नगर, काप कनेरी, पहला माला, कल्याण रोड, क्रॉस गली में, भीवण्डी. जिला - थाणा, महाराष्ट्र. टेलिफोन :- ९१३-३११३६ फकीरचन्दजी काला, ३३४७० (ओ.) ३२३८९ (घ.) - रामजीभाई विशेष :- परम पूज्य सिद्धान्त महोदधि आचार्य श्री विजय प्रेमसूरीश्वरजी म. साहेबजी की पावन निश्रा में वि. सं. २०२१ का माह वदि ७ को चल प्रतिष्ठा हुई थी। यहाँ मूलनायक श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ प्रभु की पाषाण की एक प्रतिमाजी, पंचधातु की २ प्रतिमाजी, सिद्धचक्रजी - अष्टमंगल - १ सुशोभित हैं। सर्व प्रथम यहाँ मूलनायक श्री भीडभंजन पार्श्वनाथ थे, किन्तु यहाँ के मूलनायक श्री को भीडभंजन पार्श्वनाथ शिखरबंदी जिनालय में मूलनायक के रूप में बिराजमान किये थे । पुन : यहाँ शंखेश्वर पार्श्वनाथ भगवान/मूलनायक के रूप में बिराजमान किये गये। (४२३) श्री भीडभंजन पार्श्वनाथ भगवान शिखरबंदी जिनालय ३०६, कापकनेरी, मेन कल्याण रोड, भीवण्डी जि. थाणा (महाराष्ट्र), पिन कोड - ४२१ ३०२. टेलिफोन :- ९११-३११३६ फकीरचंद काला, ३३४७० (ओ.), ३२३८९ घर - रामजीभाई विशेष :- श्री भीडभंजन पार्श्वनाथ जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ द्वारा संस्थापित एवं संचालित इस भव्य शिखर बंदी जिनालय की प्रतिष्ठा परम पूज्य आ. श्री लब्धि सूरीश्वरजी म. के समुदाय For Private and Personal Use Only
SR No.020486
Book TitleMumbai Ke Jain Mandir
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhanvarlal M Jain
PublisherGyan Pracharak Mandal
Publication Year1999
Total Pages492
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size28 MB
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