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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir मुंबई के जैन मन्दिर २६१ (३९४) श्री सुमतिनाथ भगवान गृह मन्दिर ३/१२,गोर एपार्टमेन्ट, ५१२, महात्मा गाँधी रोड, मुलुण्ड (प.), मुम्बई-४०० ०८०. टे. फोन : ५६१ ४२ ४८,, ५६१३८४६ - रमणिकभाई विशेष :- सेठ श्री रमणिकभाईने अपनी पत्नी की स्मृति हेतु इस गृहमन्दिर का नाम स्व. हिराबेन रमणीकलाल कुंभणवाला गृह देरासर दिया हैं। परम पूज्य आचार्य भगवंत विजय रामचन्द्रसूरीश्वरजी म. के समुदाय के आ. विजय मित्रानन्दसूरीश्वरजी म. आदि मुनि भगवन्तो की पावन निश्रा में वि.सं. २०४९ का फागुण वदि ५ को चल प्रतिष्ठा हुई थी। ___ आप के गृहमन्दिर में मूलनायक श्री सुमतिनाथ प्रभु सहित पंचधातु की ३ प्रतिमाजी तथा सिद्ध चक्रजी-१ बिराजमान है। बाहर की ओर समवसरण पर बिराजमान श्री पार्श्वनाथ प्रभु तथा विशस्थानक सुशोभित हैं। जहाँ वासक्षेप से पूजा होती है। स्व. हिराबेन रमणिकलाल चेरीटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित तत्त्वज्ञान पाठशाला ६९ झव्हेर रोड पर चालु है। (३९५) श्री शान्तिनाथ भगवान गृह मन्दिर मिता बिल्डिंग, रुम नं. ३०४, तीसरा माला, सरोजिनी नायडु रोड, ताँबे नगर, मुलुण्ड (प.), मुंबई-४०० ०८०. टे. फोन : ५६४ ३२ १० - पुनमचंदजी, ५६१ ५३ ३२ विजयभाई विशेष :- श्री घोघारी वीशा श्रीमाली जैन संघ द्वारा संस्थापित एवं संचालित इस गृह मन्दिर की चल प्रतिष्ठा वि.सं. २०४२ का फागुण वदि १२ को हुई थी। यहाँ मूलनायक श्री शान्तिनाथ भगवान तथा आजूबाजू में श्री आदीश्वर भगवान एवं श्री महावीर स्वामी की पाषाण की ३ प्रतिमाजी, पंचधातु की २ प्रतिमाजी, सिद्धचक्रजी-२, अष्टमंगल-१ सुशोभित हैं। श्री आदीश्वर भगवान और श्री महावीर स्वामी भगवान की अंजनशलाका परमपूज्य युगदिवाकर आचार्य भगवंत श्री विजय धर्मसूरीश्वरजी म. सा. की पुण्य निश्रा में हुई थी और यह दोनों प्रतिमाजी चेम्बुर तीर्थ से प्राप्त हुई थी। यहाँ श्री घोघारी शान्ति जिन महिला मण्डल, श्री शांति सामायिक मण्डल की व्यवस्था है। सत्यकाम बिल्डिंग में पाठशाला चालु है। For Private and Personal Use Only
SR No.020486
Book TitleMumbai Ke Jain Mandir
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhanvarlal M Jain
PublisherGyan Pracharak Mandal
Publication Year1999
Total Pages492
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size28 MB
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