SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 340
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra २५० मुंबई के जैन मन्दिर स्वामी प्रभु की श्याम रंग की पाषाण की ३ प्रतिमाजी, पंचधातु की २ प्रतिमाजी, सिद्धचक्रजी - २, अष्टमंगल - १ बिराजमान हैं। www.kobatirth.org गृह मन्दिरजी के संस्थापक एवं संचालक श्री कांजुरमार्ग जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ हैं । यह मन्दिर स्टेशन से कुछ दूरी पर हैं तथा स्टेशन के रोड की तरफ मन्दिर का दरवाजा हैं । ॐ ॐ (३७९) Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir कांजुरमार्ग (पूर्व) श्री आदीश्वर भगवान गृह मन्दिर कल्पतरू बिल्डींग, ग्राउन्ड फ्लोर, कांजुरमार्ग (पूर्व), मुंबई - ४०० ०७२. टेलिफोन नं. - ५७८ २२०७ जिनेश प्रेमचन्द शाह -- विशेष श्री कांजुरमार्ग (पूर्व) अचलगच्छ जैन संघ द्वारा निर्मित इस गृह मन्दिरजी की चलप्रतिष्ठा अंचलगच्छाधिपति आचार्य श्री गुणसागरसूरीश्वरजी म. के समुदाय के साहित्य रत्न आचार्य श्री कलाप्रभसागरसूरीश्वरजी म. की प्रेरणा से एवं मुनि मंडल की पावन निश्रा में वि. सं. २०५० का वैशाख वदि - ३, शुक्रवार, ता. २० -५-९४ को पाँच दिवसीय महोत्सव के साथ चलप्रतिष्ठा हुई थी । यहाँ मूलनायक श्री आदीश्वर प्रभु तथा आजु बाजु में श्री संभवनाथ एवं श्री शान्तिनाथ प्रभु की पाषाण की ३ प्रतिमाजी, पंचधातु की २ प्रतिमाजी तथा सिद्धचक्रजी - १ बिराजमान हैं । इसके अलावा श्री प्रासाददेवी, श्री चक्रेश्वरी देवी, श्री पद्मावती देवी, श्री गोमुख यक्ष एवं श्री महाकाली देवी भी बिराजमान हैं। 1 यहाँ उपाश्रय, जैन प्राठशाला, तथा गुणस्वरूप महिला मंडल की व्यवस्था हैं ❀ ॐ ॐ भांडुप (पश्चिम) (३८०) श्री आदीश्वर भगवान भव्य शिखर बंदी जिनालय १०७, लालबहादुर शास्त्री मार्ग, भांडुप (प.) मुंबई - ४०००७८. टेलिफोन नं. - (ओ.) - ५६१५८ ४० हेड ओफिस - ३४२१३ ४४ विशेष :- इस मन्दिरजी के संचालक श्री अनंतनाथजी महाराज जैन देरासर, भातबाजार, नरशी नाथा स्ट्रीट हैं । - अनंत सिद्धि का परिचय : श्री जेठाभाई वीरम खोना कच्छ सुथरी वालोने उनके स्व. पुत्र भाणजीभाई की यादगिरी में, ज्ञातिभाइयों के लाभ के लिये और सेनेटरीयम बना सके उस लक्ष्य के लिये इस प्लोट की खाली जमीन लगभग ६००० वार श्री अनंतनाथजी महाराज जैन देरासर को ता. २९ जुलाई १९०२ के दिन भेट के रूप में प्रदान की और रुपये ५०१/- रोकडा श्री कच्छी दशा ओसवाल For Private and Personal Use Only
SR No.020486
Book TitleMumbai Ke Jain Mandir
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhanvarlal M Jain
PublisherGyan Pracharak Mandal
Publication Year1999
Total Pages492
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size28 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy