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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir २१८ मुंबई के जैन मन्दिर - विशेष :- परम पूज्य शासन सम्राट आ. श्री विजय नेमिसूरीश्वरजी म.सा. के पट्टधर आ. विजय विज्ञानसूरीश्वरजी म. सा. तथा उनके पट्टधर आ. श्री विजय कस्तूरसूरीश्वरजी म. साहेब की पावन निश्रा में चल प्रतिष्ठा हुई थी। यहाँ आरस के ३ प्रतिमाजी, पंचधातु की २२ प्रतिमाजी, सिद्धचक्रजी -११, सुशोभित है। यक्षयक्षिणी के अलावा पंचधातु के भैरुजी भी बिराजमान है। इस जिनालय के संस्थापक एवं संचालक श्री पार्श्वनाथ भगवान जैन देरासर धर्मस्थान संघ है। यहाँ उपासरा, पार्श्वनाथ जैन पाठशाला एवं आयंबिल शाला की सुन्दर व्यवस्था है। श्री जैन पार्श्व मंडल एवं आदिनाथ महिला मंडल भक्ति भावना में अग्रसर हैं। भगवान महावीर चौक - कुर्ला (प.) यहाँ के न्यु मील रोड और महाराजा अग्रसेन मार्ग के जोड पर श्री भगवान महावीर चौक सुशोभित हैं। श्री जैन पार्श्व मंडल के संयोजक द्वारा ता. २३-४-९४ को उद्घाटन हुआ था। (३४४) श्री मुनिसुव्रत स्वामी भगवान गृहमन्दिर १८५ श्री मुनिसुव्रत भवन, तीसरा माला, जुना कुर्ला विभाग, लालबहादुर शास्त्री मार्ग, कुर्ला (प.), मुंबई - ४०० ०७०. टेलिफोन नं.- तेजराजजी (ओ.) - ५१५ २७ ६८, ५१४ ०८ ३३ (घर), बाबुलालजी - (ओ.) ५१४ ३४ ५२, ५११ ३५ ९२ (घर) विशेष :- श्री मुनिसुव्रत स्वामी ओसवाल मरूधरीय जैन संघ द्वारा संस्थापित एवं संचालित इस मन्दिरजी की प्रतिष्ठा परमपूज्य प्रवचनप्रभावक आ. श्री विजय मोहन - प्रताप के पट्टधर पूज्यपाद युगदिवाकर आचार्य भगवंत श्री विजय धर्मसूरीश्वरजी म. सा. आदि मुनि भगवंतो की पावन निश्रा में वि. सं. २०३२ का फागुण सुदि ३ को हुई थी। यहाँ जिनालय में चेम्बुर तीर्थ से प्राप्त मूलनायक श्री मुनिसुव्रत स्वामी की श्याम वर्णीय प्रतिमाजी के साथ पाषाण की ५ प्रतिमाजी, पंचधातु की ३ प्रतिमाजी, सिद्धचक्रजी - ३, अष्टमंगल - २ के अलावा गंभारे में ही आरस के श्री गौतमस्वामी व पुंडरीक स्वामी की प्रतिमाजी बिराजमान हैं। बाजू के कमरे में श्री मणिभद्रवीर, श्री नाकोडा भैरुजी, श्री घंटाकर्ण वीर की प्रतिमाजी भी दर्शनीय For Private and Personal Use Only
SR No.020486
Book TitleMumbai Ke Jain Mandir
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhanvarlal M Jain
PublisherGyan Pracharak Mandal
Publication Year1999
Total Pages492
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size28 MB
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