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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra मुंबई के जैन मन्दिर www.kobatirth.org चिंचपोकली - ना. म. जोशी (३१८) श्री शान्तिनाथ भगवान गृह मन्दिर ना. म. जोशी मार्ग, हर हर वाला बिल्डींग, तीसरा माला, पोद्दार मील के सामने, डिलाईल रोड, मुंबई - ४०० ०११. टे. फोन : ३०९ ५४ ४० सुभाषजी, ३०७ २४ ३२ लक्ष्मीचन्दजी (३१९) Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir विशेष :- इस गृह मन्दिरजी की प्रतिष्ठा वि. सं. १९७७ का फागुण वदि १ को हुई थी । यहाँ मूलनायक श्री शान्तिनाथजी प्रभु के साथ श्री आदिनाथजी एवं श्री महावीर प्रभु की आरस की ३ प्रतिमाजी, पंचधातु की ६ प्रतिमाजी, सिद्धचक्रजी - ३ के अलावा पावापुरी शोकेस तथा कांच पर बने श्री शत्रुंजय तीर्थ व सम्मेत शिखरजी तीर्थ शोभायमान हैं। यहाँ उपासरा, श्री शांतिनाथ महिला सामायिक मण्डल, श्री शांतिनाथ जैन महिला मण्डल, श्री नाकोडा भैरव भक्ति मंडल की व्यवस्था हैं । ❀ (३२० ) २०३ चिंचपोकली - काला चौकी श्री मुनिसुव्रतस्वामी भगवान गृह मन्दिर श्री दिगविजय मील चाल नं. ३, ग्राउण्ड फ्लोर, दत्ताराम लाड पथ, कालाचौकी नाका, मुंबई - ४०० ०३३. टे. फोन : ४१३०५ ११ - फुलजी विशेष :- परम पूज्य आचार्य भगवंत श्री विजय सुरेन्द्रसूरीश्वरजी म. के शिष्य आ. श्री विजय यशोभद्रसूरि म. ( डेहलावाले), मुनि श्री विमलभद्र विजयजी म. की पावन निश्रा में वि. सं. २०४३ का श्रावण सुदि ५ की चल प्रतिष्ठा हुई थी । मूलनायक श्री मुनिसुव्रतस्वामी तथा आजुबाजु में श्री आदिनाथ प्रभु व श्री शंखेश्वर पार्श्वप्रभु की आरस की ३ प्रतिमाजी, पंचधातु की ९ प्रतिमाजी, सिद्धचक्रजी - ७, अष्टमंगल १ सुशोभित हैं । छतपर कांच की डिझाईन एवं मन्दिरजी के दिवारो पर कांच की कलात्मक डिझाईनो में श्री शत्रुंजय तीर्थ, श्री सिद्धचक्र यंत्र, श्री घंटाकर्णवीर, श्री मणिभद्रवीर, श्री लक्ष्मीदेवी व पद्मावती देवी सुशोभित हैं । यहाँ महिला मंडल व पाठशाला की व्यवस्था है । I ❀ करीरोड - लालबाग विभाग श्री सुविधिनाथ भगवान शिखरबंदी जिनालय १४२, डॉ. एस. एस. राव रोड, लालबाग, मुंबई - ४०० ०१२. टे. फोन : ४१३७३ ८० (ओ.) चंदुभाई फेमवाला - ३८८ ३२१३ For Private and Personal Use Only
SR No.020486
Book TitleMumbai Ke Jain Mandir
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhanvarlal M Jain
PublisherGyan Pracharak Mandal
Publication Year1999
Total Pages492
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size28 MB
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