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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 480 कालिदास पर्याय कोश 4. जाया :-[जन्+यक्+टाप, आत्व] पत्नी। अर्थोपभुक्तेन बिसेन जायां संभावयामास रथाङ्ग नामा। 3/37 चकवा भी आधी कुतरी हुई कमल की नाल लेकर चकवी को भेंट करने लगा। 5. दायिता :-पत्नी, स्त्री। दायितास्वनवस्थितं नृणां न खलु प्रेम चलं सुहृज्जने। 4/28 पुरुष अपनी स्त्री से प्रेम करने में भले ही ढिलाई कर दे, पर अपने प्रेमी मित्रों में तो उसका प्रेम अटल ही होता है। 6. दारा :-[दृ+घञ्] पत्नी, स्त्री। एते वयममीदाराः कन्येयं कुलजी वितम्। 6/63 मैं आपके आगे खड़ा ही हूँ, ये मेरी स्त्रियाँ हैं और यह मेरे घर भर की कन्या है। 7. नारी :-[नृ-नखा जातौ ङीष् नि०] स्त्री, पत्नी। आरोपितं यगिरिशेन पश्चादनन्यनारी कमनीयमकम्। 1/37 शिवजी ने उन नितम्बों को अपनी गोद में रखा, जहाँ तक पहुंचने की कोई और स्त्री साध भी नहीं कर सकती। 8. पत्नी :-[ पति+ङीप, नुक्] स्त्री, गृहणी। अथावमानेन पितुः प्रयुक्ता दक्षस्य कन्याः भवपूर्वपत्नी। 1/21 महादेवजी की पहली पत्नी और उसकी कन्या परम साध्वी सती ने अपने पिता से अपमानित होकर। 9. प्रमदा :-[प्रमद्+अच्+टाप्] सुंदरी, नवयुवती, पत्नी। प्रमदाः पतिवम॑गा इति प्रतिपन्नं हिविचेतनैरपि। 4/33 पति के साथ जाना तो जड़ों में भी पाया जाता है, फिर मैं चेतन होकर पति के पास क्यों न जाऊँ। 10. भाविनि :- [भू+इनि, णिच्] सुंदर स्त्री, उत्तम या साध्वी महिला। अनेन धर्मः सविशेष मद्य मे त्रिवर्ग सारः प्रति भाति भाविनि। 5/38 हे देवि ! आपके इस आचरण से ही मैं समझ रहा हूँ कि धर्म अर्थ और काम इन तीनों में धर्म ही सब से बढ़कर है। 11. योषिता :-[यौति मिश्रीभवति - यु+स+टाप्, योषति पुमांसम्-युष+इति, योषित्+टाप्] स्त्री, लड़की, तरुणी, पत्नी। यक्षाः किं पुरुषाः पौरा योषितो वनदेवताः। 6/39 For Private And Personal Use Only
SR No.020427
Book TitleKalidas Paryay Kosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTribhuvannath Shukl
PublisherPratibha Prakashan
Publication Year2008
Total Pages441
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size15 MB
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