SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 542
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ५३० पृष्ठाकाः १२३ ज्योतिर्विज्ञानशब्दकोषः पृष्ठाङ्काः | अकारादिशब्दाः ४४ वस्ति वस्तु (द्रव्यं पदार्थों वा), ४४ वस्तृ=(वास्तव्य:) ४४ वस्त्य २०१ वस्त्र | वस्त्रयोनि ४४ | वस्न ४४ वस्वोकसारा ४४ | वस्वोकसारिक ४४ वस्वोकसारा १२२, २०३ ३७ २०२ अकारादिशब्दाः वसुधात्मजात वसुधाधिप (भूपति:) वसुधाभव वसुधारिणी वसुन वसुन्धरा वसुन्धराङ्गसम्भव वसुन्धराज वसुन्धरातनूज वसुन्धरात्मज वसुन्धरात्मजात वसुन्धरानन्दन वसुन्धरापुत्र वसुन्धराभू वसुन्धरासुत २४८ २४६ २४६ २४६ १४७, २४५ ४४ वह 'वहतः' १८२ वहति वसुप्रभा वहन्ति वहा २४६ | वहिन् 'वहेत्' ४४ वहेताम् १८२ १८२ २४३ २५ १८२ १८२ १८२ ५, ३८, १२१ वहेयुः वसुमती वसुमतीतनय वसुमतीपुत्र वसुमतीसुत वसुरुचि-(धनेच्छा), वसुरेतस् वसुल वसुश्रवस् वसुश्रेष्ठ वसुसारा १३९ २३३ १३९ २२८ ४४ वह्नि वह्निजन्मन् २३९ वह्निदिश् १९७ वह्निबीज=(अग्निबीजम्) २०७ वह्निभू २२९ | वह्निरेतस् २४६ वह्निवीज वह्निशिख १७६ वह्निशिखा १७६ | 'वा' १२२ वा २०३ | वा:सदन (जलाधारः), २०३ १७६ ३८ 'वसेत्' वसेताम् वसेयुः ७६ ५, २४७ वसेस्ति वस्त For Private and Personal Use Only
SR No.020421
Book TitleJyotirvignan Shabda Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSurkant Jha
PublisherChaukhambha Krishnadas Academy
Publication Year2009
Total Pages628
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size22 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy