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रण
पृष्ठाङ्काः
२४६ २१६
४५ २१४, २१५
१९८ ३६
१९८
२०९
१२३, २२०
X
३७
३७
NEW
३६
५१२
ज्योतिर्विज्ञानशब्दकोषः अकारादिशब्दाः
पृष्ठाङ्काः | अकारादिशब्दाः रजनी
२११ | रत्नहस्त
१२४ रत्नाकर रणक
२५९
| रत्नावती रणरणक
२२० रणेभङ्ग
१२० रथकार
१४० रथकुटुम्बिक रतगुरु
३५ रथकुटुम्बिन् रतविष्वण
२४२ | रथकृत्
४३, १४०, २२० | रथक्रान्त रतिपति
रथसप्तमी रतिप्रिय
२२० रथाङ्ग रतिबन्ध (पद्मासनादयः),
रथाङ्गाह रतिमदा
२०४ | रथाङ्गाह्वयनामक रतिरथ
२१० रथिन् (रथारोही), रतिरमण
२२० रतिवर
२२० रदच्छद रतिका
२११ रदत्रितय रतेमदा
२०४ रदन
३५ | रदनच्छद रत्नकर
२४६ | रदिन् रत्नकोश
२१८, २४६ | रन्तिदेव रत्नगर्भ
२४६ रत्नगर्भा
४५ | रन्ध्रनामन् रत्नबाहु
२१६ | रम रत्नभूता
२०५ | रमण रत्नराशि
रमणा रत्नवती
४५ / रमणी रत्नवर
२०३ | रमणीय रत्नसंज्ञा
७८
रममाणा रत्नसानु
१९८ रत्नसू
४५ | रमाव्रत
२१४ २१४ ८४
२१४ २१४
रत्न
२३२
२१५, २२६ ११४, १२४
ওও ३५, २२०
३५
२०५
२६, ११३
२५५ २०५
रमा
४२, २१७
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