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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ३६८ ज्योतिर्विज्ञानशब्दकोषः पृष्ठाङ्काः | अकारादिशब्दाः २३४ | चन्द्रराशीश चन्द्ररिपु | चन्द्रलोह पृष्ठाङ्काः १३० ५४ २२८ चन्द्रवधू ३ २२८ ५३ २६७ ११५ २६७ २०६ १३१ ४२ अकारादिशब्दाः चन्द्रदिनिवास चन्द्रन्दुन चन्द्रदृक्क्षेप चन्द्रदैवत्य चन्द्रनामन् चन्द्रपात चन्द्रपुरी चन्द्रपुत्र चन्द्रप्रख्य चन्द्रप्रणयिनी चन्द्रप्रभ चन्द्रप्रभा चन्द्रप्रियतमा चन्हेबाण चन्द्रभ चन्द्रभवन चन्द्रभीरु चन्द्रभूमि चन्द्रमध्यम चन्द्रमध्यमगति चन्द्रमन्दश्रवस् चन्द्रमन्दश्रुति चन्द्रमर्दिन् चन्द्रमस् चन्द्रमस:सुत चन्द्रमातृ चन्द्रमार्ग चन्द्रमुख चन्द्रमूर्ति चन्द्रमौलि चन्द्ररमणी ७४ | चन्द्रवपुस् | चन्द्रवल्लभा ४२ | चन्द्रविक्षेप चन्द्रविवर्द्धपक्ष १३ २५४ चन्द्रशर ११५ |चन्द्रशिरा २६७ | चन्द्रशुद्धि चन्द्रशृङ्गोन्नति ११९ १३ | चन्द्रशेखर ६, २२७ ११५ चन्द्रषष्ठी २१ २५ चन्द्रसचिव २२० २५ चन्द्रसुत २२८ | चन्द्रस्त्री १३ २२८ | चन्द्रहास १०५ चन्द्रालय (वितानम्) १०० टि. | चन्द्रावली (गोपीविशेष:) चन्द्रिका १०३ | चन्द्रिकापापिन् चन्द्रिकाप्रिय ५, १३ | चन्द्रिकाम्बुज=(सितोत्पलम्) ४६ चन्द्रिकाशन चन्द्रोदय (चन्द्रप्रकाश:) २९ चपल २८, १०१,२४४ २५५ चपलकेन्द्र १०१ चपला २३८ २२७ चपलोदय १३ | चम्पा=कर्णपत्नी, कर्णराज १०३ / चनि २२८ २ For Private and Personal Use Only
SR No.020421
Book TitleJyotirvignan Shabda Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSurkant Jha
PublisherChaukhambha Krishnadas Academy
Publication Year2009
Total Pages628
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size22 MB
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