SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 356
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir जीवन चरित्र व कथानक : [339 6 8A | 10 11 सिद्धचक्रमाहत्म्ये जीवनी सं. 26 25 x 12 x 15 x 60 | संपूर्ण 4 प्रस्ताव 19वीं 44,47| 27x11 x 12/11 - | 26x12 x 12x34 1825 23x10x9x27 | 20वीं (मूल प्राकृतानुसार) 25 से 26 x 11 से 12 | संपूर्ण ढाल 21 से 49 तक 19वीं 34 26 x 12 x 15x40 , 4 खण्ड 41 ढाल | 1828 1270 गा. 1831 26x11x15x39 25x11x14x40 ग्रं. 1833 | 1831 " 10 103,48, 26 x 13x12/15x 68 361 ., , 19/20वीं | 56,24 24 x 11 x 13/8 x 40 प्रथम पूर्ण द्वितीय अपूर्ण 19वीं (चौथा खंड) व टब्बार्थ 60,33 | 26 x 11 व 25 x 12 | अपूर्ण चौथा खंड मात्र | 20वीं 78,75, 24 से 27x11 से 13 | प्रथम तीन पूर्ण, चौथी | 19वीं 44,5 अपूर्ण | 25 x 12 व 27x13 | प्रथम पूर्ण द्वितीय चौथा | 19वीं जोधपुर खंड मात्र 25x11x15x48 प्रपूर्ण 18वीं 72,45 24x12 x 20x48 | संपूर्ण चार प्रकाश 1937 1917 की कृति गुरुभक्ति व इतिहास जीवन-प्रसंग जीवन-चरित्र 24 से 26 x 10 से 11 | 7 आचार्यों के कुल 13 | 18वीं | गीत संस्कृत में गीत (1 बीसवीं का) 26 x 12 x 20 x 50 | संपूर्ण 19वीं 26 x 11 x 17x58 18वीं x धनजी शत्रुञ्जय माहत्म्ये 25 x 11 x 12 x 48 , 786 गा , ग्र. | | 19वीं 1179 26x11x15x50 1707 प्रोपदेशिक-कथायें 28 x 13 x 14x30 , लक्षण वर्णन कथा- 19वीं सह | 26x12x20x50 | , 38 जीवनियां : जीवन-प्रसंग 6 प्रकार के धार्मिक भेदों से रूपक प्रायः प्रसिद्ध (सात अप्रसिद्ध की अलग प्रविष्टियां करदी है) * मो. जीवन-प्रसंग 26x12x13x34 | 20वीं For Private and Personal Use Only
SR No.020414
Book TitleJodhpur Hastlikhit Granthoka Suchipatra Vol 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSeva Mandir Ravti
PublisherSeva Mandir Ravti
Publication Year1988
Total Pages558
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size20 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy