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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir स्तुति स्तोत्र स्तवनादि भक्ति साहित्य : [ 235 8A 9 ___101 ग्रहभक्ति सं.मा. | 3 24x11x11x35 | संपूर्ण 20वीं उम्मेद भक्ति ग्रहों की भी सं. 26x11x12x41 संपूर्ण 10 श्लोक 1626 26x12x11x28 19वीं साथ में कल्याण मंदिर स्तोत्र 25 x 12 x 20 x 56 | संपूर्ण 3 स्तोत्र (कुल 39 18वीं श्लोक 25 x 12 x 13 x 35 | संपूर्ण 11 गाथा की 9वीं , ज्योतिष | मा. 17x14x11x18 1828 , जैन 28x13x12x33 ।, 9 स्तोत्र 19वीं स्मरण अंक मंत्र | मा. 42x11x13x47 , अंक तालिकायें । 20वी , काब्ध जीर्ण 27x12x17x51 सपूर्ण 9-9 चैत्य. स्त.स्तु 19वीं कुल 27 25x11x11x40 | संपूर्ण नौ पूजा (12 ढाल) , 24 x 11 x 10 x 20 , (12 ढाल) चार खंड 25 x 11x10x34 | संपूर्ण 1872 25 x 13 x 13 x 40 अपूर्ण चौथे खंड की 11 19वीं वीं ढाल 28x12x12x38 अपूर्ण 46 गा. चौथे खंड 1870 की 11वीं ढाल 24 x 12 x 13 x 30 | संपूर्ण 19वीं 23x13x6x17 | अंतिम पन्ना कम 20वीं 25x13x13x30 19वीं 16x12x10x19 10x8x7x8 20वीं | 25x11x11x44 | संपूर्ण सप्त स्मरण 2 शांति 18वीं भक्त मर+कल्पारण || 30x12x भिन्न 2 अपर्ण 4 स्मरण 2 शांति 1836 भक्तामर कल्याण यहाँ शांति की जगह जयति व वीरस्त वन है। 16,11 23 से 26x11 से 22| संपूर्ण-7 स्मरण शांति - 19वीं 19,12, 912 स्तोव भक्ता12,24 मर व कल्याण 17,1426x12426x14 20वीं For Private and Personal Use Only
SR No.020414
Book TitleJodhpur Hastlikhit Granthoka Suchipatra Vol 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSeva Mandir Ravti
PublisherSeva Mandir Ravti
Publication Year1988
Total Pages558
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size20 MB
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