SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 60
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org आबशार आबशार पुं० [फा.] झरणुं ( २ ) घोध हवा स्त्री० [फा.] आबोहवा हवापाणी आबा पुं० ब०व० [अ०] बापदादा; वडवा. -व-इजदाद = बापदादाओ आबाद वि० [फा.] वसेलुं वस्ती वाडी वगेरे वाळं; समृद्ध [के जमीनदार आबादकार पुं० एक प्रकारनो खातेदार आबादान वि० ' आबाद' जुओ आबादानी स्त्री० ' आबादी' जुओ आबादी स्त्री० [फा.] वस्ती; जनसंख्या ( २ ) वसवाटनी जगा आबिद पुं० [ अ ] इबादत करनार ; भक्त आबी वि० [फा.] पाणीनुं (२) फीकुं आछा रंग (३) पुं० दरियानुं मीठं आबेरवाँ पुं० [फा.] जुओ 'आबरवाँ' आबेबक़ा, आबेहयात पुं० [फा.] अमृत आब्दिक वि० [सं.] वार्षिक आभ स्त्री० आभा; शोभा ( २ ) पुं० आब पाणी (३) अभ्रं ; आकाश आभरण ( - ) पुं० [सं.] आभूषण (२) भरण-पोषण [ प्रतिबिंब आभा स्त्री० [सं.] कांति; तेज (२) आभार पुं० [सं.] बोजो; भार (२) गृहस्थजीवननो भार (३) आभार; उपकार आभारी वि० [सं.] आभार के उपकार माननारं; आभार तळे आवेलुं आभीर पुं० [सं.] आहीर; गोवाळ (2) एक छंद के राग / आभूषण पुं० [सं.] घरेणुं [भीतरनुं आभ्यन्तर - रिक वि० [सं.] अंदरनुं आमंत्रण पुं० [ सं . ] नोतरु. आमंत्रित वि० [सं.] नोतरेलुं आम पुं० [ सं . आम्र] आंबो के केरी (२) आम; जळस (३) वि० [अ.] ૪૪ Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir आमी सामान्य; मामूली (४) जाणीतुं ; प्रसिद्ध ( वस्तुनी साथै वपराय छे ) आमखास पुं० दीवाने आम राजानी खास बेठक; आमद स्त्री० [फा.] आववुं ते (२) आवक आमदनी स्त्री० [फा.] आमदानी; आवक (२) आयात; परदेशथी आवतो माल आमन स्त्री० शियाळु पाक (२) एक ज पाक देती जमीन आमनस्य पुं० [सं.] वैमनस्य आमना-सामना पुं० सामासामी आवी जवुं ते; बाझंबाझा आमने-सामने अ० आमन-सामन; एकबीजानी सामे; मांहोमांहे आमफहम वि० [अ. +फा.] आमजनताने समजाय एवं; सरळ आमय पुं० [सं.] रोग; बीमारी आमरख पुं० जुओ 'अमरख'; अमर्षः क्रोध आमलक, आमला पुं० 'आँवला'; आमळु आमादगी स्त्री० [फा.] तैयारी आमादा वि० [फा.] तैयार; तत्पर आमाल पुं० [ अ ] करणी; कर्म आमाल-नामा पुं० [अ.] नोकरनी 'सर्विस - बुक', तेनी लायकात, काम इ०नुं रजिस्टर आमास पुं० [फा.] सोजो आमाहलदी स्त्री० जुओ 'आँबाहलदी ' आमिख पुं० जुओ 'आमिष' आमिल पुं० [ अ ] नोकर; गुमांस्तो For Private and Personal Use Only (२) सिद्ध पुरुष आमिष पुं० [सं.] मांस ( २ ) प्रिय; भोग्य वस्तु ( ३ ) लोभ; लालच आमी स्त्री० नानी केरी; मरवो
SR No.020375
Book TitleHindi Gujarati Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMaganbhai Prabhudas Desai
PublisherGujarat Vidyapith
Publication Year1956
Total Pages593
LanguageHindi, Gujarati
ClassificationDictionary
File Size22 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy