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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir लखेरा लखेरा पुं० लाखनी चूडी इ० बनावनार लखौटा पुं० कंकु वगेरे शृंगारनी सामग्री राखवानी पेटी के डबो लखौरी स्त्री० जनी नवतेरी ईंट (२) भमरीनुं (माटीनू) घर लख्त पुं० [फा.] टुकडो लग अ० लगी; सुधी (२) स्त्री० लगनी लगजिश स्त्री० [फा.] लपस, के ठोकर खावी ते लगढ (-भ)ग अ० लगभग; 'क़रीब' लगन स्त्री० लगनी (२) प्रेम (३) संबंध (४) पं० विवाहनं महरत (५) [फा.] एक जातनी मोटी थाळी; परात. -धरना = लगन नक्की करवू लगनपत्री स्त्री० कन्यानो बाप वरना पिताने लग्नमुहूर्त लखी मोकले ते लगनवट स्त्री० लगनी; प्रेम लगना अ०क्रि० लागवं लगनी स्त्री० नानी थाळी लगभग अ० जुओ 'लगढग' लगमात स्त्री०कानो मात्रा वगेरेनां चिह्न लगलग वि० जुओ 'लकलक' लगव वि० (प.) जूठं; असत्य (२) व्यर्थ; नका, लगवार पुं० यार; आशक; प्रेमी लगातार अ० सतत; चाल; एक पछी एक लगान पुं० लागवू के लगाडवं ते (२) महेसूल लगाना सक्रि० लगाववू; लगाडवू लग्राम स्त्री० [फा.] लगाम. -चढ़ाना, -देना = बोलवामां रोक - लगाम राखवी. -लिये फिरना-पीछो पकडवो (काबूमां लेवा) पर्यन्त लगायत अ० [अ.] लागु; साथे (२) सुधी; लच्छन लगार स्त्री० (प.) लागो; रिवाज (२) संबंध; 'लगावः (३) लगनी; प्रीति (४) लागलागट थq ते; कम (५) भेदु लगालगी स्त्री० प्यार; स्नेह (२) संबंध; मेळ [ट स्त्री० प्रेम (२) संबंध लगाव पुं० लागतुं वळगतुं होवू ते; संबंध. लगि अॅ० (प.) लगी; 'लग' लग्गा पुं० लांबो वांस (२) वांसी के तेना जेवू फळ वगेरे पाडवा- साधन (२) काममा लागवू ते. -लगना = कामे लागवू; काम शरू थy लग्गी स्त्री० नानो 'लग्गा'; जुओ 'लग्गा' लग्घड़ पुं० बाज पक्षी लग्घा पुं० जुओ 'लग्गा' लग्न पुं० [सं.] लग्न; विवाह (२) वि० लागेलं; जोडायेलं के जूठी वातो लग्वियात स्त्री० [अ.] नकामी, वाहियात लघड़बग्गा पुं० जुओ 'लग्घड़' लघिमा स्त्री० [सं.]लघुता (२) एक सिद्धि लघु वि० [सं.] ना, (२) थोडं (३) हलकुं. ०मति वि० ओछी बुद्धिन; अणसमजु. शंका स्त्री० पेशाबनी हाजत । लच, लचक स्त्री० लचकवू- झूक के नमवू ते झूक लचकना अ०क्रि० लची पडवं; लचकवं; लचकीला वि० जुओ ‘लचीला' लचना अ०क्रि० जुओं ‘लचकना' लचलचा वि० जुओ ‘लचीला' लचार वि०, -री स्त्री० (प.) अनुक्रमे जुओ 'लाचार,-री' लचीला वि० लची जाय एवं नरम लच्छ पुं० (प.) लक्ष; उद्देश (२) लाख संख्या (३) स्त्री० लक्ष्मी लच्छण,-न पुं० (प.) लक्षण For Private and Personal Use Only
SR No.020375
Book TitleHindi Gujarati Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMaganbhai Prabhudas Desai
PublisherGujarat Vidyapith
Publication Year1956
Total Pages593
LanguageHindi, Gujarati
ClassificationDictionary
File Size22 MB
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