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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir याददाश्त यूरोपीय याददाश्त स्त्री० [फा.] स्मृति; याददास्त युक्त वि० [सं.] जोडायेलु (२) योग्य (३) (२) याद राखवा लखी के नोंधी -'वाळं'; 'सहित' (समासने अंते) लीधेलं ते [आक्रमण युक्ति स्त्री० [सं.] उपाय;तरकीब करामत यान पुं० [सं.] वाहन (२) चडाई; (२) तर्क; न्याय यानी (-ने) अ० [अ. यअनी] याने; - युग पुं० [सं.] युग (२) जमानो (३) युगल. अर्थात्; एटले के - युग-बहु दिवसो सुधी; घणो समय यापन पुं० [सं.] वीतवं-पसार थवं ते युगपत् अ० [सं.] एकीसाथे । याफ्त स्त्री० [फा. प्राप्ति (२) आवक युगल पुं० [सं.] जोडु [युगपलटो याफ्तनी स्त्री० [फा.] बाकी लेणं युगांतर पुं० [सं.] बीजो युग (२) क्रांति; याब [फा. (समासमां) 'प्राप्त करनार' यग्म पुं० [सं.] युगल; जोडं ए अर्थमां. उदा० काम-याब(नाम.-बी) युत वि० [सं.] युक्त; सहित याबू पुं० [फा.] टट्ट युद्ध पुं० [सं.] लडाई याम पुं० [सं.] पहोर -त्रण कलाक समय । युनिवर्सिटी स्त्री० [इं.] विश्वविद्यालय यामल पुं० [सं.] जोडकुं युरोप पुं० [इं.] जुओ 'यूरोप' यामाता पुं० [सं.] जमाई युरोपियन पुं० जुओ 'यूरोपियन' यामिक पुं० [सं.] चोकीदार ययुत्सा स्त्री० [सं.] लडवानी इच्छा (२) यामिनी स्त्री० [सं.] रात्रि शत्रुता. -त्सु वि० लडवा इच्छनार यार पुं० [फा.] यार; दोस्त (२) जार; युवक, युवा (०न) वि० [सं.] जुवान व्यभिचारी [यारवाज; विषयी M युवती स्त्री० [सं.] जुवान स्त्री व यार-बाश वि० [फा. मिलनसार (२) । युवराज पुं० [सं.] पाटवी कुंवर. -ज्ञी तेनी पत्नी यार-मार वि० मित्रद्रोही युवा,०न वि० [सं.] जुओ 'युवक' यारान पुं० [फा.] 'यार'नुं ब०व०; यारो । याराना वि० [फा. मित्रतानं; मित्र यूँ अ० जुओ ‘यों यक पुं०, -का स्त्री० [सं.] जू जेवू (२) पुं० मैत्री (३) व्यभिचार यति स्त्री० [सं.] मेळ; मळवू ते यारी स्त्री० [फा.] मैत्री (२) व्यभिचार यूथ पुं० [सं.] जूथ; समूह । याल स्त्री० [तु.] गरदन (२) याळ यूथिका, यूथी स्त्री० [सं.] जूई (घोडा सिंह इ० नी) यूनान पुं० युनान देश । यावर वि० [फा.] मित्र; सहायक; नानी वि० यूनाननू (२) स्त्री० मददगार. -री स्त्री० मैत्री; मदद यनाननी भाषा के वैदक-पद्धति यावा वि० [फा.] उटपटांग; ढंगधडा यनिसिटी स्त्री० [इं.] युनिवर्सिटी वगरनी (वात). -होना = उल्लु बनवू यूर (-रो)प पुं० [इं.] युरोप खंड यास स्त्री० [अ.] निराशा (२) भय; यूरिश स्त्री० [तु.] हल्लो; हुमलो अंदेशो (३) पुं० [सं.] प्रयास [जूई युरोपीय, यूरोपियन वि० (२) पुं० यासम (-मी)न स्त्री० [फा.] चंपेली (२) युरोपy के तेनो रहेवासी . For Private and Personal Use Only
SR No.020375
Book TitleHindi Gujarati Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMaganbhai Prabhudas Desai
PublisherGujarat Vidyapith
Publication Year1956
Total Pages593
LanguageHindi, Gujarati
ClassificationDictionary
File Size22 MB
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