SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 390
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir बारजा ३७४ बारोठा बारजा पुं० खडकीनो मेडो के कठेरो बारही स्त्री० 'वरही'; बाळकना जन्म - अटारी अथवा वरंडो ___पछी बारमा दिवसनो उत्सव बारतिय स्त्री० 'वारस्त्री'; वेश्या बाराँ पुं० [फा.] वरसाद बारदान,-ना पुं० [फा.] बारदान (२) बारा वि० बाळ; नानुं (२) पुं० बाळक. फोजनुं सीधुंसामान -रेते बाळपणथी के, बारेमें बारना सक्रि० वारवू; रोकवू(२)वाळवू बारा पुं० [फा.] विषय; बाबत. जेम बारनिश स्त्री० वार्निश; पालीस बारात स्त्री० 'बरात'; जान; वरयात्रा. करवानो रोगान -उठना = जान ऊठवी-चालवी बार-बरदार पुं० [फा.] बोजो लई । बारानी वि० [फा.] वर्षा संबंधी (२) जनार; मजूर. (नाम,-री) स्त्री० चोमासु खेती कराती जमीन (३) बारबधू, बार-मुखी स्त्री० (प.) वेश्या __ वरसादथी बचवा पहेरातुं कपडु बारयाब वि० [फा. मोटा माणस पासे बारामीटर पुं० बॅरोमीटर; 'बैरोमीटर' जनार-पहोंचनार. -बी स्त्री० पहोंच; बारिक स्त्री० जुओ 'बारक'; बराक प्रवेश; गति बारिश स्त्री० [फा. वरसाद (२) वर्षाऋतु बारह वि० बार; १२. -बाट करना। बारी स्त्री० वारी; पाळी (२) वाडी; या घालनाबारेवाट-छिन्नभिन्न करी बगीचो (३) वाड (४) किनार; धार नांखवू.-बाट जाना या होना=छिन्न- (५) शस्त्रादिनी धार (६) घर; मकान भिन्न-रफेदफे थq (७) वहाण- बारुं (८) नादान छोकरी बारहखड़ी स्त्री० बाराखडी के युवती (९) पुं० पडिया पतराळां बारहदरी स्त्री० (मंडप जेवी) चारे पास बनावती एक जात. बारीका (ज्वर) खुल्ली बेठक पाळीथी आवतो (ताव) बारहबान पुं०खरुं उमदा सोनुं. --ना,-नी बारीक वि० [फा.] झीगुं; पातळु; सूक्ष्म; वि० खरं (सोनु) गूढ. -की स्त्री० बारीकाई बारहमासा पुं० बार महिनानुं गीत । बारीक-बी, -बीन वि० [फा.] बारीकाई बारहमासी वि० बारमासी (२) हमेश जोनार के समजनार.(नाम,-नी स्त्री०) लीलू रहेनार बारू स्त्री० रेती; धूळ; 'बालू'. ०दानी बारह-वफ़ात स्त्री० [फा.] बारेवफात; स्त्री० रेतदानी महंमद पैगंबरना अंतिम मांदगीना बारूद स्त्री० [फा. बारूत; फोडवानो बार दिवस दारू. ०खाना पुं० दारूगोळानुं गोदाम बारह-सिंगा पुं० बारसींगु हरण के भंडार बारहाँ पुं० बारमो दिवस (जन्म के बारे अ० [फा.] अंते; छवटे मरणनो) बारेमें अ० संबंधमां; विषे बारहा अ० [फा.] वारंवार (२) प्रायः; बारोठा पुं० द्वारपूजा; वर द्वारे आवतां घणुं करीने कराती क्रिया For Private and Personal Use Only
SR No.020375
Book TitleHindi Gujarati Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMaganbhai Prabhudas Desai
PublisherGujarat Vidyapith
Publication Year1956
Total Pages593
LanguageHindi, Gujarati
ClassificationDictionary
File Size22 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy