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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir निकासी २९२ निछान निकासी स्त्री० रवानगी; जq ते (२) निगलना स० क्रि० गळवू (२) गटाप 'परदेशनी निकास (३) आय; लाभ; करी जवू नफो (४) खपत; उपाड । निग(-गा)ह स्त्री० जुओ 'निगाह' निकाह पुं० [अ.] निका; लग्न. -करना, निग(-गा) हबान पुं० [फा.] देखरेख -पढ़ाना, बाँधना = लग्न कर राखनार; रक्षक निकुंज पुं० [सं.] लतामंडप निगार पुं० [फा.] चित्र (२) भरतकाम निकृष्ट वि० [सं.] तुच्छ; हलकुं; ऊतरतुं निगाली स्त्री० हूकानी नेह निकेत,०न पुं० [सं.] स्थान; धाम; घर निगाह स्त्री० [फा.] नजर; दृष्टि (२) निकोनी स्त्री० खेतर नींदवूते; नींदामण महेरबानी; कृपादृष्टि (३) ध्यान; निक्षेप पुं० [सं.] फेंकवं ते (२) छोडवू देखरेख. बान वि० जुओ 'निगहबान' ते (३) थापण; न्यास निगुरा वि० नगरु; गुरुमंत्र वगरनुं निखंड वि० मध्य; बरोबर वचलं निगूढ़ वि० [सं.] गूढ; अति गुप्त । निखट्ट वि० ठकाणा दगरनुं; रखडेल । निगोड़ा वि० अभागी; अनाथ (२) (२) नकामुं; आळसु नघरोळ (३) दुष्ट निखरना अ०क्रि० साफ थq; नीखरावं निग्रह पुं० [सं.] रोकवू, अटकावq ते; निखरी स्त्री० चोखडियात-घीनी रसोई दमन (२) बंधन; सजा निखार पुं० स्वच्छता; सफाई (२) निघरघट वि० नहि धरनुं के नहि सजावट [साफ के पवित्र करवू घाटन (२) निर्लज्ज. -देना=निर्लज्ज निखारना सक्रि० निखारवू; धोवू; थई खोटी सफाई करवी . निखालिस वि० निखालस; शुद्ध निघरा वि० जुओ 'निगोड़ा' निखिल वि० [सं.] बधं; अखिल [घटवू निचय पुं० [सं.] चय; समूह (२) निश्चय निख (-ख)टना अ०क्रि० (प.) खूटवू; निचला वि० नीचलं (२) निश्चल निखोट वि० खोटाई के दोष वगरनुं निचाई स्त्री० नीचाण (२) नीचता (२) अ० बेलाशक; विना संकोच । निचान स्त्री० नीचाण (२) ढाळ निगंदना सक्रि० गोदडा इ०मां दोरा निचित वि० निश्चित नांखवा [नांखवा ते निचुड़ना अ०क्रि० निचोवावं निगंदा पुं० [फा.] बखियो (२) दोरा निचोड (-२) पं० निचोड:सार तात्पर्य निगड स्त्री० [सं.] निगड; बेडी (२) निचोड़ (-र)ना, निचोना स० क्रि० हाथीना पगनी सकळ निचोव निगम पुं० [सं.] वेद (२) मार्ग (३) निचोल पुं० [सं.] उपवस्त्र (२) ओढणी बजार (४) वेपार रोजगार. -मागम (२) घाघरो पुं० वेद वगेरे शास्त्रो [जोनार । निचौहा वि० नीचे नमेल के करेलं. निगराँ वि० [फा.] निरीक्षक (२) राह -है अ० नीचे । निगरानी स्त्री० [फा.] देखरेख; निरीक्षण निछक्का पुं० एकांत For Private and Personal Use Only
SR No.020375
Book TitleHindi Gujarati Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMaganbhai Prabhudas Desai
PublisherGujarat Vidyapith
Publication Year1956
Total Pages593
LanguageHindi, Gujarati
ClassificationDictionary
File Size22 MB
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