________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
छकाछक १८८
छपरी छकाछक वि० खूब तृप्त (२) छलोछल छड़िया पुं० दरवान; छडीदार भरेल(२) नशामां चकचूर
छड़ी स्त्री० लाकडी (२) धजा छकोला वि० छकेलं; मदमस्त छत स्त्री० मकाननी के ओरडानी छत छक्का पुं० छक्को (२) छकडं (३) (२)छतनो चंदरवो(३)०(प.)क्षत; घा होशकोश; सूधबूध. छक्के छूटना%D छतगीर(-री) स्त्री० चंदरवो सूधबूध जती रहेवी (२) हिमत हारवी छतरी स्त्री० छत्री (२) मंडप (३) छक्कापंजा पुं० दावपेच; कूडकपट समाधिना स्थान परनो मंडप छगड़ा पुं० (स्त्री०,-डी) छग; बकरो छतनार वि० फेलायेल घटादार (झाड) छगन पुं० नान बाळक (प्यारनो शन्द). छतियाना सक्रि० छाती पासे लेQ (२)
मगनपुं०हसतां खेलतांप्यारांबाळको बंदूकने फोडवा छाती पासे लगाववी छगुनी स्त्री० टचली आंगळी
छतीसा वि० चतुर (२) धूर्त छछिआ(-या) स्त्री० छाश (२) छाश छत्ता पुं० छत्री (२) मधपूडो देवानुं मापियुं के वासण
छत्तीस वि० छत्रीस; ३६ ['छतीसा' छछूदर पुं० छ दरु(२)एक दारूखानानी
छत्तीसा पुं० हजाम (२) वि० जुओ चीज. -छोड़ना= झघडो ऊभो करवो छत्तीसी स्त्री०भारे बदमास स्त्री;छिनाळ छजना अ० क्रि० छाजवू (२) शोभq।
छत्र पुं० [सं.] छत्री (२) (राजानु) छत्र छज्जा पुं० छ—
[छूटवू छत्रपति पं० सिं.] राजा छटकना अक्रि० छटकवू; छूटीने भागवू; । छत्री पुं० क्षत्री (२) वि० छत्रधारी छटपटाना अ०क्रि० बेचेन थ; तरफडवू छद [सं.] ढांकण (२) छाल (३)पांख (२) आकुलव्याकुल थर्बु [आतुरता छदाम पुं० पैसानो चोथो भाग छटपटी स्त्री० चटपटी; बेचेनी (२) छन पं० [सं.] छळ; कपट (२) छपो छटाँक स्त्री० नवटांक; (पाका) शेरनो
वेश; छुपावq ते (३) बहानुं १६मो भाग (३) लट; सेर ।
छन (०क) पुं० क्षण; 'छिन' छटा स्त्री० [सं.] शोभा; खूबी(२)वीजळी छनकना अ०क्रि० छमकारो थवो (२) छठ स्त्री० छठ तिथि
चमक; भडकवू (३) छमकवू; छम छठवां, छठा,-ठा वि०छर्छ. छठे (-3) छम थवू -छमासे कोई वार; घणे दिवसे छनना अ० कि० बळावू (२) गळावू छठी स्त्री० छठ्ठी; जन्म पछीनो छठ्ठो (३) छणावं (४) तळावू (५) पुं० गळj दिवस. -का दूध निकालना= दम के छप स्त्री० छब एवो पाणीनो अवाज ठूस काढवी. -का दूध याद आना एवं छपछपना अ० क्रि० छबछबवू (२) हेरान थq के बाळपणनुं सुख याद आवे स० क्रि० छबछबाव, छड़ स्त्री० धातु के लाकडानो दंडूको छपना अ०क्रि० छाप पडवी (२) छपावं छड़ा पुं० पगनो छडो (२) वि० छडु; छपरख (-खा)ट स्त्री० छप्परखाट
छपरी,-रिया स्त्री० छापरी; झुपडी
म यवु
. एकाकी
For Private and Personal Use Only