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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir १८५ चोंगा चौआलीस चोंगा पं० वांसनी भंगळी, जेवी के चोबचीनी स्त्री० [फा.] चोपचीनीकलमदानीनी (२) मूर्ख ___ एक औषधि चोंगी स्त्री० धमणनी हवानी नळी चोबदार पुं० [फा.] छडीदार चोंच स्त्री० चांच. दो दो चोंचें होना चोबा पुं० तंब्रूनो वचलो दंड के वांस बोलाबोली थवी.-बंद करना-चूप थवं चोर पुं० [सं.] चोर; डुंगो. -पड़नाचोंडा पुं० वेडवो; वीरडो (२) माथु चोरी थवी; चोर आववा. -पर मोर (३) चोटलो पड़ना= शेरने माथे सवा शेर थवू. चोंथ पुं० पोदळो [उखाडवू -(मनमें) बैठना=दिलमां शंका के चोंथना सक्रि० फाडq के तोडवू या चोरी होवी चोंधर (-रा) वि० चूंखळं; झीणी आंख- चोरखाना पुं० नानु के छू' खानु; संच वाळू (२) मूर्ख [पेठे बनावाय छे चोर-चकार पुं० चोरचखार; चोर;. चोआ पुं० एक सुगंधी पदार्थ जे चूवा उठावगीर चोकर पुं० आटानुं चळामण-भूसुं इ० चोरटा वि० चोरटं; चोटें; चोर चोक्ष वि.सं.] चोख्ख (२) पवित्र (३) चोरथन वि० दूध चोरतुं-पूरुं न देत तीक्ष्ण; तेज (४) प्रशस्य (५) दक्ष (ढोर) [फूटतो दांत चोख (-खा) वि० जुओ 'चोक्ष' चोर-दंत पुं० वधारेनो-पीडा करीने चोगा पुं० [तु. चूगा] चोगो, झब्बो चोर-दरवाजा,-द्वार पुं० छू' द्वार चोचला पुं० हावभाव; नखरां चोरना सक्रि० चोरवं; 'चुराना' चोज पं० मजाकनो बोल चोर-बाजार पुं० काळु बजार चोट स्त्री० चोट; घा के आघात (२) चोरमहल पुं० रखातनो महेल- मकान टोणो (३) दगो; 'धोखा' (४) वार; . चोरमूंग पुं० गांगडु मग 'दफ़ा'.-खाना-चोट लागवी.-बचाना। चोराचोरी अ० चोरीछूपीथी; चूपकीथी __=घा चुकाववो, तेमांथी बचg चोरी स्त्री० चोरवं ते. -लगना = चोट-चपेट स्त्री० चोट; घा चोरीनो आक्षेप आववो. -लगाना = चोटा पुं० (तमाकुनो) शीरो; काकब चोरीनुं आळ मूकवू चोटी स्त्री० चोटली के चोटलो (२) __ चोरी-चोरी अ० जुओ 'चोराचोरी' शिखर. -करना=मा) ओळg.-का चोरी-छिनाला पुं०, चोरी-यारी स्त्री० = उत्तम. -दबना लाचार थQ चोरी ने छिनाळं; खराब काम चोटीवाला पुं० भूतप्रेत इ० । चोलना पुं० 'चोला'; फकीरनो जामो चोट्टा पुं० चोट्टो; चोर [जुओ 'चोब' चोला पुं० फकीरनो चोळो-लांबु मोटुं चोप पुं० (प.) रुचि (२) उमंग (३) जामा जेवू पहेरण (२) शरीर चोप(-ब) दार पुं० जुओ 'चोबदार' चोली स्त्री० चोळी. -दामनका साथ चोब स्त्री० [फा. छडी (२) दंडको; खूब घनिष्ठ संबंध दांडियो (३) जुओ 'चोबा' चौआलीस वि० 'चौवालिस';वाळीस For Private and Personal Use Only
SR No.020375
Book TitleHindi Gujarati Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMaganbhai Prabhudas Desai
PublisherGujarat Vidyapith
Publication Year1956
Total Pages593
LanguageHindi, Gujarati
ClassificationDictionary
File Size22 MB
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