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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir गला १४९ गला पुं० गळं. -काटना= बहु हानि गवारा वि० [फा.]गवारा;फावतुं मनपसंद पहोंचाडवी(२)गळामां खजूरी लागवी. (२) स्वीकार्य; मंजूर । -घुटना=श्वास रोकावो. -घोंटना= गवास पुं० कसाई [-ही स्त्री०) गळं दबाव (२) जबरदस्ती करवी. गवाह पुं० [फा.] साक्षी पूरनार (नाम गले मढ़ना, लगाना-माथेमारवं; गळे गवेल, गहा वि० गामडा-; देहाती वळगाडवं गवेषणा स्त्री० [सं.]खोज तपास;संशोधन गलाऊ वि० ओगळे एवं (जेम के दाळ) गवैया पुं० गवैयो; गायक गलाना स० क्रि० ओगाळवं; नरम करवू गव्य पुं० [सं.] गायमांथी मळतुं (छाण, (२) खरचवू दूध इ०) (२) गायनुं धण गलियारा पुं०;-री स्त्री० नानी गली प्रश पुं०, -शी स्त्री० [अ.] मूर्छा; गली स्त्री० गली; शेरी बेहोशी; तम्मर. -खाना तम्मर अलीचा पुं० जुओ 'ग़ालीचा' आववी; बेहोश थवं ग्रलीज वि० [अ.] गलीच (२) अपवित्र गश्त पुं० [फा.] गस्त; पहेरों (२) भ्रमण (३) घट्ट, घाडु (४)पुं० गंदकी (५) मळ गश्ती वि० [फा.] गश्त मारनार; घूमनार गलेफ़ पुं० 'गिलेफ़'; गलेफ; खोळ (२) स्त्री० कुलटा गलेबाज वि० सारं गानार गसना अ० कि० ग्रसवू पकडवू; जकडवू गल्प स्त्री० गप; डिंग (२) लघु कथा गसीला वि० (स्त्री० -ली) खूब गीच; ग्रल्लई वि० गल्लाने लगतुं (२) पुं० जकडेलं; घट्ट (जेम के, वणाट) पाक के अनाजमां लेवातुं महेसूल के गस्सा पुं० ग्रास; कोळियो । सांथ टोळं; घोरी गह स्त्री० पकड (२) मूठ; हाथो गल्ला पुं० 'गुल'; शोर (२) [फा.] ढोरनुं गहगहा वि० प्रफुल्लित(२) धामधूमवाळं ग्रल्ला पुं० [अ.] फसलनी ऊपज (२) गहगहाना अ० क्रि० खूब प्रसन्न थर्बु अनाज (३) गल्लो; वकरो (२) (झाड के पाक) लसलसवू ग्रल्लेबान पुं० [फा.] गडेरियो गहगहे अ० धामधूम के खुशीथी गर्व स्त्री० लाग; दाव; मोको गहडोरना स० क्रि० (पाणी) डहोळवू; गसे अ० लाग जोईने (२) धीरेथी। हलावी गंदं करवं गवन पुं० गमन (२) 'गौना'; पहेलं गहन वि० [सं.] कठण; दुर्गम (२) गाढ; आणुं वळावq ते · ऊंडु (३) गंभीर (४) पुं० (प.) ग्रहण गवनचार, गवना पुं० गौना'; पहेलु आ| (५) हठ; जिद गवर्नमेंट, गवर्मेट स्त्री० [इ.] सरकार गहना पुं० घरेणुं (२) स० क्रि० ग्रह, गवर्नर पुं० [ई.] प्रदेशनो हाकेम. -री गहबर वि० (प.) गह्वर; दुर्गम(२) व्या स्त्री० तेनुं काम के तेनो प्रदेश कुल; गभरायेलं गवाक्ष [सं.] (-ख, -छ) पुं० झरूखो; गहर स्त्री० (प.) विलंब; वार (२)वि. • अटारी घेरुं; दुर्गम For Private and Personal Use Only
SR No.020375
Book TitleHindi Gujarati Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMaganbhai Prabhudas Desai
PublisherGujarat Vidyapith
Publication Year1956
Total Pages593
LanguageHindi, Gujarati
ClassificationDictionary
File Size22 MB
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