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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ८५. कतराई कड़कना अ०क्रि० कडकड अवाज करवो कड़आपन पुं०,कड़आहट स्त्री०कडवारण (२) जोरथी तडूकीने अवाज करवो कड़ए कसैले दिन पुं० ब० व० खराब(३) कडाका साथे फाटQ के तूट, . दुःख, पीडा के चिताना दहाडा कड़खा पुं० [हिं. कड़क लडाईमां गावानुं कढ़ना अ०क्रि० [सं. कर्षण] नीकळवू; युद्धगीत; कडखो बहार आवq; उदय थवो (२) नातरे' कड़खैत पुं० कडखद-कडखो गानार जq (३) (दूध) घाटुं थq - कढवू कड़बड़ा वि० काळा ने धोळा वाळवाळं कढ़ाई स्त्री० कडाई; 'कड़ा' (२) कड़बी स्त्री० जारनी कडब; 'कड़वी' 'कढ़ना' परथी नाम कड़वा वि० कडवू; 'कड़आ' कढ़वाना, कढ़ाना स० क्रि० कढाव, कड़वी स्त्री० जुओ 'कड़बी' ('काढ़ना नुं प्रेरक) कड़ा पुं० कडु (२) वि० [सं. कड़] कढ़ाव पुं० वेलबुट्टा काढवा ते [स्त्री० -डो] कठण (३) लुखुं (४) उग्रः । कढ़ी स्त्री० खावानी कढी. -का सा संखत; दृढ (५) तेज:प्रचंड (६) मुश्केल; उबाल = क्षणिक जोशनो ऊभरो. -में दुष्कर (७) असह्य (८) कर्कश . कोयला=दाळमां काळं कड़ाई स्त्री० 'कड़ा'-पणुं कढ़ोरना सक्रि० (प.) खेंचवू; घसडीने कड़ाका पुं० कडाको लांघो(२)अवाज] बहार काढवू कण पुं० [सं.] कण; दाणो. -णिका कड़ाकेका वि० जोरदार; तेज; खूब कड़ाबीन स्त्री० [तु. कराबीन] नानी स्त्री० नानो कण के नानी नाळनी बंदूक क्रत पुं० [अ] कत; कलमनो काप कत अ० (प.) केम? शा माटे? । कड़ाहा पुं० [सं.कटाह, प्रा.कडाह] कलैयु कतई अ० [अ.] बिलकुल;एकदम; नितांत कड़ाही स्त्री० कड़ाई कतना अ०क्रि० कंता; कातना'-कर्मणि कड़ी स्त्री० [हिं. कड़ा] सांकळनी एक कतनी स्त्री० 'कतरनी'; कातर कडी (२) कडी लटकाववानो आंकडो कतब पुं० जुओ 'कत्बा' (३) गीतनी कडी (४) लगाम (५) कतरन स्त्री० कातरवामांथी पडता रद्दी . मुश्केली; मुसीबत कापला-कापलीओ कडुआ वि० [स्त्री० कडुई] कडवु (२) कतरना सक्रि० [सं. कर्त्तन] कातरवू क्रोधी (३) अप्रिय; कटु (४) कठण; कतरनी स्त्री० कातर; 'कैंची' 'कड़ा'.-करना=धन बगाडवू.-घूट = कतरब्योंत स्त्री० कापकूप; आम तेम कडवो चूंटडो; कठण काम.-मुँह-कटु करवू ते (२) जो विचारवं ते; गडभांग बोलनार मोढुं. -होना=गुस्से थवें कतरवाना सक्रि०कतरावq; कतराना' कड़ा तेल पुं० सरसियु कतरा पुं० [अ.]टुकडो;खंड (२) बंद; बिंदु कड़आना अ०क्रि० कडवू लागवू (२) कतराई स्त्री० कातरवानें काम के गुस्से थर्रा (२) आंखमां कलतर थq तेनी मजूरी For Private and Personal Use Only
SR No.020375
Book TitleHindi Gujarati Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMaganbhai Prabhudas Desai
PublisherGujarat Vidyapith
Publication Year1956
Total Pages593
LanguageHindi, Gujarati
ClassificationDictionary
File Size22 MB
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