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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org बेधुं देवं स०क्रि० देना ( २ ) पीटना; ठोंकना [ला. ] (३) बंद करना; ओठंगाना देवं न० क़र्ज़; देना; ऋण देशकाल ( - ) पुं० देश और काल (२) दो परिमाण - दिक् और कल (३) देशाचार; आचार-व्यवहार [ला.] देशवाश स्त्री० स्वदेशके लिए अनुकंपा; देश-प्रेम देशनिकाल पुं० निर्वासन देशनिकाला बेशपार अ० देशके बाहर ( देशनिकाला ) देशटो पुं० अन्य देशमें वास ( २ ) देशाटन देशाचार पुं० देशमें प्रचलित रीतरिवाज; देशाचार [ करना;देशाटन देशाटन न० भिन्न-भिन्न देशों में पर्यटन देशावर पुं० परदेश; देसावर देशी वि० देशका ; देश-संबंधी ; देशी (२) स्वदेशी; स्वदेशमें उत्पन्न ( ३ ) पुं० अपने देशमें रहनेवाला ( ४ ) स्त्री० प्राकृत भाषाका एक प्रकार देह पुं०; स्त्री० देह; काया । [-छोडवो, पडवो, मूकवो: = मर जाना; देह छोड़ना. ] देहांतवंड पुं० मौतकी सजा ; मृत्युदंड देव वि० देव-देवता संबंधी; दैव ( २ ) न० नसीब; भाग्य वैवगति स्त्री० दैवगति; भाग्यका फेर वैवयोग पुं० दैवयोग; संयोग; इत्तिफ़ाक़ दोआब पुं० दोआब; दोआबा .. दोकडो पुं० रुपयेका सौवाँ हिस्सा ; एक नया पैसा (२) बारह टका सूद (३) अंक ; 'मार्क [ स्थान [ला. ] वोजल न० दोजख (२) दु:खोंसे परिपूर्ण छोट स्त्री० दौड़नेकी क्रिया; दौड़ बोटंबोटा, बोटाबोट स्त्री० दौड़ा-दौड़ी २५८ Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir बोर बोड ( दॉड) स्त्री० दौड़नेकी क्रिया या वेग; दौड़ बोकुं न० तुरईकी जातकी एक सब्जी दोडधाम, बोडमार (दॉ) स्त्री० दौड़ादौड़ी; दौड़-धूप aisi ( दॉ) अ० क्रि० दौड़ना बोडो पुं० देखिये 'डोडो ' बोढ ( दॉ) वि० डेढ़; १ । । ( २ ) स्त्री० किसी चीजको ड्योढ़ा करना । [-पायानं = बेवक़ूफ़ ; दीवाना ; पागल ] बोडडहापण (दॉ) न० ज़रूरत से ज्यादा अक्ल बघारना दोडा ( दॉ) वि० ज़रूरत से ज्यादा अक्लमंद, सयाना; लाल-बुझक्कड़ atayi ( दॉ) वि० लँगड़ा aaj (द) स०क्रि० ( किसी चीजको ) घोढ़ा करना aj ( दॉ) स०क्रि० सीनां; डोरे भरना (२) देखिये 'दोढवj' दोसो (दॉ) पुं० डेढ़ सौ ; १५० वोढियां (दॉ) न० ब० व० धन-दौलत (२) रुपया-पैसा [ला.] बोटियुं ( दॉ) वि० डेढ़गुना (२) न० घोढ़ा करके सिया हुआ कपड़ा ( ३ ) पैसा ; टका ( ४ ) एक प्रकारका गाना दोढुं (दॉ) वि० डेढ़गुना; डेढ़ा; उद्योढ़ा दोणी ( दॉ' ) स्त्री० दोहनी; दुहनी दोदरं वि० जीर्ण; कमजोर (२) कुछ टूटा-फूटा; जिसमें तरेड़ पड़ी हो बोदश (दो) अ० दसों दिशाओंमें; इधर उधर दोवळं वि० देखिये 'दोदरुं' दोपट वि० दोहरा ; दुगुना बोर (दॉ) पुं० दौर; अमल; अधिकार; सत्ता (२) तड़क-भड़क ; दबदबा ; रोब For Private and Personal Use Only "
SR No.020360
Book TitleGujarati Hindi Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGujarat Vidyapith
PublisherGujarat Vidyapith
Publication Year1992
Total Pages564
LanguageGujarati, Hindi
ClassificationDictionary
File Size13 MB
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