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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org डींगलं डोंगलं न० पुतला; खिलौना डोंगलो पुं० नर गुड़िया ; गुड्डा पुतला डींचण पुं० जांघ और टांग बीचका जोड़; घुटना डच स०क्रि० हदसे ज्यादा पीना ; ढकोसना (२) पीना (तुच्छकार में) (३) शराब पीना [ला. ] दूकडं वि० नज़दीक; निकट डूकबुं अ०क्रि० नज़दीक जाना; पास २२७ फटकना दूवो पुं० रेगिस्तानमें रेती उड़ उड़कर बना हुआ दूह या टीला; तूह ढूंकडुं वि० देखिये 'तूकडु' ड्रंक अ०क्रि० देखिये 'ढकवं ' ढूंढ स०क्रि० ढूंढ़ना; खोजना इंड न० बाजरेकी बालमेंसे दाने निकालनेके बाद बचा रहनेवाला भूसा ई न० देखिये ' ढूंढसुं' सो पुं० गेहूँकी बड़ी मोटी रोटी (२) मोटा भारी कंबल ; धुस्सा डेरुवो पुं० सिंचाईके लिए पानी निकालनेका एक यंत्र ; ढेंकली ढेको पुं० उभड़ा हुआ भाग; टेकरा (२) शरीर पर उभड़ा हुआ हड्डीबाला भाग; कूबड़ । [ -नमवो = मेहनत करना; शरीर नवाकर काम करना. ] बेखलो पुं० ईंटका टुकड़ा; ईंटकोहरा देखाळो पुं० देखिये 'ढेखलो ' ढेड पुं० इस नामकी अंत्यज जातिका आदमी [ गुजराती डेडगुजराती स्त्री० अंग्रेजीमिश्रित ढेडफजेती स्त्री०, ढेडफजेतो पुं० सबके सामने या खुले आम फजीहत; भद डेडवाडो पुं० 'ढेड' लोगोंका मुहल्ला या - टोला (२) [ला. ] गंदी - अस्वच्छ जगह ढोलो ढेपली स्त्री० छोटा, चपटा ढेला ढेपलुं न० रोड़ा; ढेला ( २ ) थक्का; चक्का ढेषु (पुं) न० देखिये 'ढेपलं' ढेबयं न० खानेकी एक चीज़ । टेव बंधावां रवाना करना ( २ ) रुखसत करना; बरतरफ़ करना. ]. हेर पुं० ढेर; राशि डेबो पुं० सूजन; शरीरमें पड़ी हुई गाँठ; गंड (२) गोबरका लोंदा ; चोंथ डेल (०डी) स्त्री० मोरनी ढोकळी स्त्री० खानेकी एक चीज़ ढोकळं न० खानेकी एक चीज़ ढोचकी स्त्री० छोटे मुंहका मिट्टीका छोटा घड़ा; गगरी - Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ढोचकुं न० सँकरे मुँहवाला मिट्टीका घड़ा (२) [ला. ] सिर; मुंड (३) वि० डाँवाडोल मनका; अस्थिर । [ - ऊडी जयं = सिर कटना ( २ ) पूरा हार जाना. ] ढोर न० गाय, भैंस, पशु आदि चौपाये ; ढोर; डंगर । [ - जेवुं = जड; मूर्ख. ] ढोरांक, ढोरांक (ख) र न०ब०व० मवेशी; ढोर-डंगर ढोल पुं०; न० ढोल; नगाड़ा । [ - कूट = खराखोटा समझे बिना हाँ में हाँ भरना. ] ढोलकी स्त्री० छोटा ढोल; पखावज । [ -वगाडवी = दोनों पक्षोंमें अपना स्थान सुरक्षित रखना; किसी एक 'पक्षका न रहना. ] ढोलकुं न० ढोल [ खटिया ; मचिया ढोलडी ( - णी) स्त्री० छोटी चारपाई ; ढोलियो पुं० चारपाई; पलंग ढोली पुं० ढोल बजानेवाला; ढोलकिया ढोली पुं० ढोला, पति [ छोला ढोलो पुं० मोटा, अहदी, मूर्ख व्यक्ति; For Private and Personal Use Only
SR No.020360
Book TitleGujarati Hindi Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGujarat Vidyapith
PublisherGujarat Vidyapith
Publication Year1992
Total Pages564
LanguageGujarati, Hindi
ClassificationDictionary
File Size13 MB
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