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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir जी वि० जीर्ण; बहुत पुराना (२) पिंदा होना या रहना; जीता (३) जीलबे अ० बहुत ताबेदारी सूचित जीवन गुजारना; जीना; उदा० 'गुलाकरनेवाला उद्गार मीमां जीववा करतां तो मरवु सारु' नीव पुं० जीव; प्राण; शरीरका चेतन जीवसटोसट अ० जानजोखों [समूह तत्व (२)प्राणी; जीव(३)मन; दिल; जीवात स्त्री० सूक्ष्म जंतु या कीड़ोंका जी (४) [ला. पूंजी; धन (५)जान; जीवादोरी स्त्री० देखिये 'जीवनदोरी' दम; सार (६) चित्त; मन ; ध्यान । जीर न० कपास, पोस्ते इत्यादिका [अध्धर पवोजी न लगना (चिंता- फल; डोंडा; ढंढ़ी; डोड़ी . के कारण)। -आववो = सचेतन जीथरां (0) न०ब०व० देखिये 'झीथरां' होना (२)जानमें जान आना। -कह जुआई न० संयुक्त कुटुंबसे अलग होकर करतो नथी =जी न करना; मन न । .. जमाया हुआ नया संसार; बँटवारा; मानना. . __ अलगोझा जीबउकाळो पुं० जलापा; क्लेश; कुढ़न जुआळ पुं० ज्वार;जुआर;भाटाका उलटा जीवजंत(१) नकीड़ा-मकोड़ा; जुक्ति स्त्री० जुगत; उपाय; युक्ति; जीव-जंतु करामत (२)रीत जीवई न० जंतु; छोटा कीड़ा जुग पुं० जुग; जमाना; युग जीवडोपुं० जीव; आत्मा(२)बड़ा कीड़ा जुगत वि० जोड़ा हुआ; युक्त (२) जीवत न० जीवित; जिंदगी; जीवन युक्त; योग्य; अनुकूल जीवतदान न० प्राण-दान; जीवनन्दान जुगती स्त्री० देखिये 'जुक्ति' जीवतर न० जीवन; जिंदगी; उम्र । जुगतुं वि० अपनी जगह पर ठीक बैठता जीपतुं विजीता; जीववाला; जिंदा; हुआ; युक्त; उचित जुगलजोडी स्त्री० जोड़ा; युगल जीवतोर वि. जीतोड़ (काम) जगार पुं० जूआ; जुआ; द्यूत [जुआरी जीवन न० जीवन जिदगी (२)आयुष्य; जुगारियो पुं० जुआ खेलनेवाला जुआडी; उम्र(३)प्राण;जीवन जुगारी वि० जुआ खेलनेकी लतवाला बावनकलह पुं० देखिये 'जीवनसंग्राम' (२)० जुआड़ी; जुआरी जीवनदोरी स्त्री० आयुष्य (२)जीवनका जुळु वि० असत्य ; झूठा (२) नकली; मुख्य आधार [ला. बनावटी (३) बेकार; जड; संज्ञाहीन बीवननिर्वाह पुं० भरण-पोषण; निर्वाह (अंग) जीवनसतीस्त्री० सहधर्मचारिणी; पत्नी जुदाई स्त्री० जदाई; अलगाव जीवनसंग्राम. पुं० जिंदा रहनेके लिए जुद वि०जुदा; दूर; अलग (२) अनोखा प्राणियों द्वारा किया जानेवाला जुदा।[-पे - अलग होना (२)टूट संग्राम, जीवन-कलह ... जाना (३) अलग राय रखना (४) जीवलेपनि जानलेवा; प्राणघातक संयुक्तर्मेसे अपना अलग करना; जीव_ अ० कि० जीना; सांस बसना अलगाना : For Private and Personal Use Only
SR No.020360
Book TitleGujarati Hindi Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGujarat Vidyapith
PublisherGujarat Vidyapith
Publication Year1992
Total Pages564
LanguageGujarati, Hindi
ClassificationDictionary
File Size13 MB
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