SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 146
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir गावलं १३६ गादलं न० गदेला; भारी तोशक; गद्दा [गाभेगाभा काठी नाखवा = सख्त गावी स्त्री० गद्दी; बैठनेका छोटा गद्दा मरम्मत करना; खूब पीटना । गाभा (२)सेठ, महंत आदिका आसन या पद; नीकळी जवा= सख्त मार पड़ना; गद्दी; गादी (३) सिंहासन; राजगद्दी भुरकुस निकलना; थक जाना.] गादीतकियो पुं० गद्दी और तकिया (२) गाम न० ग्राम; गाँव (२) वतन; मसनद; गावतकिया [बैठा हुआ वासस्थान। [-गांडं के घेलं करवं%3 गावीनशीन वि० गद्दीनशीन; गद्दी पर रूपगुणसे गाँवको वश करना; वशमें गावीपति पुं० राजा (२) गद्दीका वारिस करना; मोहित करना। -नुं पाप, गान न० गान; गाना; गीत. -नो उतार =गाँवका सबसे खराब गानतान न० गाना-बजाना (२) सुख- व्यक्ति । माथे करवं = सारे गांवमें चैन ला.] तलाश करना; गाँवकी खाक छानना। गापची स्त्री० युक्तिपूर्वक निकाल लेना -बच्चे रहे सबके साथ इज्जतसे या निकल जाना। -मारवी= (काम- रहना.] मेंसे या कहींसे) तरकीबके साथ गामई वि० सारे गाँवका; ग्राम्य निकल जाना; गोता मारना] गामठाण न० वह भूमि या स्थल जहाँ गाफ (-फे)ल वि० ग़ाफ़िल; असावधान गाँव बसा हो; गोट-बस्ती गावची स्त्री० देखिये 'गापची' गामठी वि० गाँवका; गाँव संबंधी (२) गावडी स्त्री० छिद्र; सूराख (२) छोटा गँवार; ग्रामीण [ला.] गड्ढा (३) युक्तिपूर्वक निकल जाना गामडियण स्त्री० गँवारिन; गँवार स्त्री [ला.] । [-मारवी = देखिये 'गापची गामडियं वि० गाँवका; देहाती; ग्राम्य मारवी'.] . . [घाटा [ला.] . (२) असंस्कृत; उजड्ड गाब९ न० बड़ा छेद (२) गड्ढा (३) गामडियो पुं० ग्रामीण; देहाती गाभ पुं० गाभ; पशुका गर्भ गामई न० गवई; छोटा गाँव गाभण(-जी) वि० स्त्री० गाभिन गामतरं न० ग्रामांतर करना (पशुकी मादाः) . गामस (-सा)रणी स्त्री० सारे गाँवको गाभवं वि० घबराया हुआ; हक्का-बक्का भोज देना मामलं वि० नरम ; गुदगुदा (२)न० धुनी गामात वि० देखिये 'गामई' हुई नरम रुई; गाला (३) बादलोंका गामेती पुं० गाँवका अगुआ; मुखिया समूह (२) गाँवका चौकीदार; गोड़इत गाभो पुं० वह चीज़ जिससे किसी गामेरं न० देखिये 'गामसारणी' चीजके भीतरका खोखलापन भरा गामोट वि० गाँवका (२) ग्राम्य (३) जाय; गाभा (२) पगड़ीके नीचेका पुं० गांवका पुरोहित; ग्रामयाजी कपड़ा; तहपेच (३) जेवरके भीतरकी गामोतरं न० देखिये 'गामतरूं' तांबे-पीतलकी सलाई (४) मग्ज़; गाय स्त्री० गाय ; गऊ गूदा; हीर (५) गूदड़; चिथड़ा। गायव वि० गायब; अदृश्य For Private and Personal Use Only
SR No.020360
Book TitleGujarati Hindi Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGujarat Vidyapith
PublisherGujarat Vidyapith
Publication Year1992
Total Pages564
LanguageGujarati, Hindi
ClassificationDictionary
File Size13 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy