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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ११० सगणियां खणखणियांन०ब०व० खन-खन आवाज़ करनेवाले छोटे छोटे धुंघरू या झांझ जैसे पतरे (रथ आदिके) खणखोज (-त, तर,-4) स्त्री० बारीक जांच-पड़ताल (२)खुचड़; हरफ़गीरी; निंदा [ला.] लणलोवियु वि० खुचड़ी; नुकताची खणज स्त्री० खाज; चुल; सुरसुराहट खणq स० क्रि० खरोंचना (२) खनना; खोदना(३)खुजलाना (४) चुटकी भरना खणस स्त्री० शक; शुबहा; अंदेशा (२) लागडाँट; कीना (३) तैदेही; हौस(४) पाखाने-पेशाबकी हाजत (५) आदत । [-थवी हाजत होना । खणसे भरावं =ज़िद पर आना; अड़ना.] खणसावू अ० क्रि० शुबहा होना (२) डाह करना (३) हाजत होना खत न० खत; लेखपत्र; दस्तावेज़ खतपत्तर, खतपत्र न० दस्तावेज़ या इससे संबद्ध काग़जात खतम अ० खतम ; खत्म; समाप्त खतरी वि० क्षत्रियकी एक जातिका (आदमी) (२) कपड़ा बुननेका पेशा करनेवाली एक जातिका (३) पुं० इस जातिका आदमी; खत्री खत न० दोष; छिद्र खतरो पुं० खतरा; भय (२) अंदेशा; धोखा; खटका खतवणी स्त्री० खतियोनी; खतौनी । संतववं सक्रि० खतियाना; खातेमें चढ़ाना खता (-ता) स्त्री० नुकसान(२)खता; खत्तो पुं० ठोकर (२) धप्पा; धौल। खित्ता खावा=पप्पा या ठोकर लगना (२) ग़लती करके नुकसान उठाना.. सपी खत्राणी स्त्री० खतरानी खत्री वि० (२) पुं० देखिये 'खतरी' खदखद अ० खदखद; खदबद खदखद, अ०क्रि० खदखदाना (२) ‘खदबद' आवाज करते हुए उबलना खदर, स० क्रि० खूब दौड़ाना (२) भटकाना; चक्कर कटवाना (३) कठोर परिश्रम कराना; कसना खबई वि० ठस और मोटा; दबीज; गफ़ खदबद अ० किलबिलाते हुए खदबद, अ० क्रि० किलबिलाना खदेड स० क्रि० देखिये 'खदडवू' खड्ड वि० देखिये 'खदडु' खधरावं अ० क्रि० लकड़ी आदिकी सतहका (दीमक आदिसे) खाया जाना (२) खुरदरा होना । खनखन स्त्री० चसका; लत (२) तँदेही (३) बारीक जाँच; खुचड़ खप पुं० उपयोग; व्यवहार (२)महत्त्व; उपयोगिता; ज़रूरत (३)कमी; तंगी (४) खपत; बिक्री (५) प्रयत्न । [-आवq= उपयोगी होना; काम आना (२) रण-मैदानमें मारा जाना। -जागवो-मांग,खपत बढ़ना ।-पडवो =ज़रूरत खड़ी होना।-लागवू काम आना.] यथावश्यक खप जोगुं वि० ज़रूरतके मुताबिक, खपत स्त्री० खपत; बिक्री खपतुं वि० काममें आये ऐसा; उपयोगी .. (२) बिक जाये ऐसा; खपता (३) जो खान-पानमें लिया जाये; व्यवहार्य; उपयोगमें आ सके ऐसा खपन वि० उपयोगी; कार-आमद खपरडी स्त्री० छोटा टट्टर; टट्टी(२) उगते पौधोंको खा जानेवाला कीट A For Private and Personal Use Only
SR No.020360
Book TitleGujarati Hindi Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGujarat Vidyapith
PublisherGujarat Vidyapith
Publication Year1992
Total Pages564
LanguageGujarati, Hindi
ClassificationDictionary
File Size13 MB
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