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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir विषय ज्ञाताधर्मकथाङ्गसूत्र तृतीय भा. की विषयानुक्रमणिका क्रमाङ्क चौदहवां अध्ययन १ तेतलीपुत्र प्रधानके चारित्रका वर्णन १-१८ पंद्रहवां अध्ययन २ नंदिफलके स्वरूपका निरूपण ११-१३१ सोलहवां अध्ययन ३ धर्मरुचि अनगारके चरित्र निरूपण १३२-१८२ ४ सुकुमारिका के चरित्रका वर्णन १८३-२५१ ५ द्रौपदी के चरित्रका निरूपण २५२-२९६ ६ द्रौपदी पूजा चर्चा २९७-४२६ ७ द्रौपदी के चरित्रका वर्णन ४२७-५८५ सत्रहवां अध्ययन ८ नावसे व्यापार करने वाले वणिजोंका वर्णन ५८६-५९० ९ नावके निर्यामक का दिङ्मूढ होनेका कथन ५९१-५९५ १० कालिक द्वीपमें सुवर्ण आदिका वर्णन ५९५-५९६ ११ कालिक द्वीपमें हिरण्य आदिसे पोतकाभरना ५९७-६०० १२ कालिक द्वीपमें रहे आकीर्णाश्वों का वर्णन ६०१-६१९ १३ आकीर्णाश्चोके द्रष्टांतको दार्टान्तिक के साथ योजना ६२०-६३७ अठारहवां अध्ययन १४ सुसमा दारिका के चारित्रका वर्णन ६३८-७०७ उन्नीसवां अध्ययन १५ पुंडरीक-कंडरीक मुनिके चरित्रका वर्णन ७०८-७५२ द्वितीय श्रुतस्कंध १६ द्वितीय श्रुतस्कंध का मङ्गलाचरण ७५३-७६० For Private and Personal Use Only
SR No.020354
Book TitleGnatadharmkathanga Sutram Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanahaiyalalji Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1963
Total Pages872
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_gyatadharmkatha
File Size26 MB
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