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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra वर्ग ५० घातक्रिया | (५) अ + २ क- २कर इस का और य े +8 पर - ८२ इस का क्या है ? - ६४ यर + ६४ ₹४ । उत्तर, अ + ४ क ८ क + ४ क और य + यर www.kobatirth.org (६) २+६ - इस का वर्ग और+क कर इस का घन क्या है ? उत्तर, ६४ + २ --- उत्तर, अ + ३ क - ५ क + ३ क क (७) य' + २ यर - ४१२ इस का और 8 अ + ६ अक का घन कहो । Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ४ य४ + २४ घरे - १०८ + ८१* और + ६ -४० ३ + क- १०८० क + १४५८ F क‍ ६ यर' - ६४ ₹६ और - - कर दूस ७३९ । .(). २ क २ कर + करे इस का और यरे + ४ घर - इस का वर्ग कहो । अ - ४ अ क + १० उत्तर, + - ८० ३ + १२८ यर‍ + ६४ १६ । (९) ३४ ४ ८ + ४ २ उत्तर, ५७६-३८४ - ३२ + १२ – ४ अ + १ । For Private and Personal Use Only करे - ४ क + क और + १ इस का वर्ग क्या होगा ? + २५६ - १६० अ + ०६४ (१०) य + २य े + ८यर - १६ १३ इस का वर्ग क्या होगा ? उत्तर, + ४ + २० २ - ३५६ यर + २५६ रष । (११) य‍ +य े+थ - १ इस का घन क्या है ? उत्तर, + ३ + ६ + ४६ - ६ (१३) य' + श्यय - २१२ + ४ यर + ४१* इस का वर्ग क्या है ? उत्तर, + ४ यर + ३८ * + ३२ यर + १६१ । - २३+३८ - १
SR No.020330
Book TitleBijganit Purvarddh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBapudev Shastri
PublisherMedical Hall Press
Publication Year
Total Pages299
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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