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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir धातुसंग्रह. द्विष, (अ) उ. 2. अमोती. नि. देष्टि, द्विष्टे मंदो महात्मानम् भू८ महा (भाने निछ. द्वेषः, द्वेषी (छन्), 1 द्विषन्, 2 द्वेषणः, 3 विट् (शत्रु), मित्रदिट, ब्राह्मणविट्, द्वेष्टा, द्वेष्यः (देष४२१॥ यो-य-२४५). इ, प. 1. संवरणे. छायु, माछाऽयुं, ढisg. दूरति रथमास्तरेण रथी २यवाणो माय२५ २थ ने छायचे. द्वारम् = मा = बारम् = // 2. धक, (अ) उ. 10. नाशने. ना२३ 42. धक्कयति-ते // 2 // ३छ. धण, (अ) प. 1. शब्दार्थः. 2004 42. धणति 206 . धणः (26). धन्, (अ) प. 1. शब्द. 2156 ४२वी. धनति 2-4 22. धनम्, धन्वा (अन्+ . भरदेश), प्रधनम् (यु), निधनम् (पिना२). धन्, (अ) प. 3. (वै०) धान्ये. 19 // // 11, 54aa, घनी५onा . दधति aa प रेछ. धनम्, धान्यम्. धनुः (उष् + 415), धनिष्ठा (नक्षत्र). धम्, (अ) प. 9. (सो०) ध्वाने. 2 / 06 ४२वो. धमति 2056 ४२छ, 1 धमनिः, 2 धमनी= धमणी= भ६५. धमनः (नउत५). धव, (इ) प. 1 गत्यर्थः. 4. धन्वति जयचं. धन्वा (अन् + भ३६२४). धा, (डु, 3) उ. 3. धारणपोषणयोः दाने च. 1 धा२९५ 42y, आसपुं. 2 पोष९४२, पोपयु. 3हे, मा५. दधाति, धत्ते फुलं नरः नर सने आलेछ. विदधाति ४२छ- संदधाति सबिछ. परिदधाति परेछ. अपिदधाति, पिदधाति दछि. निदधाति स्थापछ. अभिदधाति ४२छ, विधानम् (4265) * संधानम्, (), परिधानम् (पहे२.६५), 1 अपिधानम्, 2 पिधानम् (मान), निधानम् ( 1 स्थापन, 2 निधि), अभिधानम् (नाम), हितम्, विहितम्, संहितम्, परिहितम्, अपिहितम्, पिहितम्, निहितम्, अभिहितम्, विधिः (RL), संधिः (सांधो), परिधिः (पडे२४५), निधिः (निधान), 1 धाता, 2 विधाता (a + प्रम), 1 अंतर्धिः, 2 अंतर्धानम् (संता), अंतर्हितः (संतायो ). धातुः, धेयम्, श्रद्धा, धानका (हेमा परिमा), धाना (यवाहिनी शेलीधाए), धाम (अन् + 1 52, 2 ते४), धान्यम् (39), धीरः, प्राधिः (2254 पास), ओषधिः, धाय्या (25) पयोधाः, (अस् + मेघ), रेतोधाः (अस् + 55), पुरोधाः (अस् + पुरोहित), वेधाः (अस् + प्रय), For Private And Personal Use Only
SR No.020313
Book TitleDhatu Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
Author
Publisher
Publication Year
Total Pages210
LanguageGujarati, Sanskrit
ClassificationBook_Gujarati
File Size9 MB
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