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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir रामा ८९५ रिपुः रामा (स्त्री०) [रमनेऽनया रम् मरणे घञ्] सुंदर स्त्री, | राष्ट्रियः (पुं०) नृप, अधिपति, शासक। कामिनी. तरुणी। (जयो० ४/९६) गस् (अक०) शब्द करना, चिल्लाना, किल किलाना। प्रिया, पत्नी, गृहस्वामिनी। (जयो० १७/४९) गसः (पुं०) [रास्+घञ्] कोलाहल, शब्द, ध्वनि। सिन्दूर। ०एक नृत्य विशेष। हींग। रासक (वि०) क्रीड़ा कारक। रामाजनः (पुं०) स्त्रीजन। (सुद० ८३) रासकं (नपुं०) अभिनय का छोटा अंश। रामाभिधा (स्त्री०) स्त्री स्मरण। रासकर (वि०) क्रीड़ा करने वाला। (जयो० २५) ०शुद्धात्मा, परमात्मा, कामसम्पदा। (जयो०वृ० १६/३) । राजक्रीड़ाकरी (वि०) गोचारक क्रोडाः रामाविभूषित (वि०) स्त्री से सुशोभित, प्रिया के सौंदर्य से रासभः (पुं०) [रासे: अभाच्] गर्दभ, गधा। परिपूर्ण। (जयो० १७/११३) राहुः (पुं०) [रह्+उण्] एक ग्रह नक्षत्र। (वीरो० २/२९) रामोपयोगिनी (स्त्री०) विवाहयोग्य। (वीरो०८/७२) (जयो०८/३४) राम्भः (पुं०) [रम्भा अण्] सन्यासी की लकड़ी। राक्षस। राव: (पुं०) [रु+घञ्] क्रन्दन, चीत्कार। विप्रचित। चिंघाड़, दहाड़। राहुग्रसनं (नपुं०) चन्द्र या सूर्य ग्रहण। शब्द, ध्वनि। (जयो० ५/७०) राहुग्रहणं (नपुं०) राहुग्रसन। रावण (वि०) [रावयति भीषयीति सर्वान् रु+णिच् ल्युट्] राहुदर्शनं (नपुं०) राहुग्रहण। क्रन्दन करने वाला, चीखने वाला। राहुसूतकं (नपुं०) राहुग्रहण सूर्यग्रहण, चन्द्रग्रहण। रावणः (पुं०) लंकाधिपति रावण। (सम्य० ६२) (दयो० ८५) रि (सक०) जाना, पहुंचना। रावणिः (पुं०) इन्द्रजित, रावण का पुत्र। रिक्त (भू०क०कृ०) [रिच्+क्त] ०खाली, शून्य, अभाव। राशिः (स्त्री०) [अश्नुते व्याप्नोति+अश+इञ्] ०ढेर, संग्रह, साफ किया गया, छोड़ा गया। समुच्चय, समुदाय। रिक्तं (नपुं०) खाली स्थान, छोड़ा गया स्थल। ०संख्या विशेष। रिक्तपाणि (स्त्री०) खाली हाथ वाला। (दयो० २०) नाना समूह। (सुद० १२१) रिक्तहस्त (पुं०) खाली हाथ वाला। ०भण्डार। (सुद० १/४४) रिक्ता (स्त्री०) चन्द्रमास के पक्ष की चतुर्थी। राशिचक्रं (नपुं०) तारामण्डल। रिक्तार्थिका (स्त्री०) रिक्तातिथि। (जयो०६/८८) राशिवयं (नपुं०) त्रैराशिक गणित। रिक्तोदरः (पुं०) भूखे पेट। (दयो० ३४) राशिफलं (नपुं०) नाम राशि फल। रिक्थं (नपुं०) [रिच+थक्] वैभव, धन सम्पत्ति। राशिभागः (पुं०) किसी राशि का अंश। उत्तराधिकार में प्राप्त सम्पत्ति। राशिभोगः (पुं०) सूर्य, चन्द्र। रिक्थहरः (पुं०) उत्तराधिकारी। राशिमण्डल (नपुं०) राशिचक्र। रिङ्ग (अक०) रेंगना, सरकना, पेट के बल चलना, दवे पांव राष्टुं (नपुं०) [राज्+ष्ट्रन्] राज्य, देश, साम्राज्य। जिला. चलना। प्रदेश, मण्डल। रिङ्गणं (नपुं०) [रिङ्ख+ल्युट्] रेंगना, चलना, गमन, अधिवासी, जनता, प्रजा। क्रियाशील, गति। (जयो० १३/२४) राष्ट्रः (पुं०) सार्वजनिक कष्ट। रिच् (सक०) निर्मल करना, साफ करना। राष्ट्रकण्टवः (पुं०) राष्ट्र का कांटा। (सुद० १०५) ०बढ़ाना, विस्तार करना। राष्ट्रनेतृपरिकर (वि०) राष्ट्र के नेताओं का समूह। (जयो० ०वियुक्त करना, छोड़ना, त्यागना। १८८४) राष्ट्र नायक समूह। रिटिः (स्त्री०) [रि+टिन्] वाद्य विशेष। राष्ट्रिय (वि०) [राष्ट्रभवः] राज्य से सम्बंधित। रिपुः (पुं०) शत्रु, प्रतिपक्षी दुश्मन। For Private and Personal Use Only
SR No.020131
Book TitleBruhad Sanskrit Hindi Shabda Kosh Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorUdaychandra Jain
PublisherNew Bharatiya Book Corporation
Publication Year2006
Total Pages445
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary
File Size23 MB
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