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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir स्मरारिः १२२३ स्मेरविष्किरः स्मरारिः (पुं०) महादेव, शिव। (जयो० ११/६९) स्मितांशु (पुं०) स्मित किरण, प्रफुल्लित किरण। (जयो०५/८२) स्मरार्थ (वि०) कामार्थः (जयो० ११/२३) स्मितामृतम् (नपुं०) मन्दहास्य रूप अमृत। (वीरो० २/१२३) स्मरोत्तानम् (नपुं०) कामरूप उत्तान, कामश्री। स्मितामृतांशुः (पुं०) चन्द्र (जयो० ११/५३) 'स्मितमेवालतेव मृद्वी मृदुपल्लवा वा कादम्बिनी पीनपयोधरा वा। मृतांशुश्चन्द्र' समेत्वलम्भुन्नतिमन्नितम्बा तटी स्मरोत्तानगिरेरियं वा।। ० परितोषभाव, संतोषभाव। (जयो० १७/४) (सुद० २/५) स्मील् (अक०) झपकना, आंख से संकेत करना। स्मार (वि.) [स्मर+अण] काम सम्बंधी, स्मरण। स्मृ (अक०) प्रसन्न होना, संतुष्ट होना। (जयो० १८/१३) ० प्ररक्षा करना, सुरक्षा करना। स्मारक (वि०) स्मृति चिह्न, पूर्व पुरुष का यादगार स्तूप। ० याद करना, स्मरण करना, सोचना। (सुद० ८६) स्मारकम् (नपुं०) स्तूप, स्मरण स्थान। (सुद० ४/३४) सदा सुखस्यैव तव स्मरामः। (वीरो०५/७) स्मारणम् (नपुं०) [स्मृ-णिच्+ल्युट्] स्मरण करना, याद ० चिंतन करना, ध्यान करना, याद करना। (जयो०४/४८) दिलाना। ० प्रकथन करना, जाप करना, उच्चारण करना। स्मार्त (वि०) स्मृति सम्बंधी, कामजन्य, स्मृति पर आधारित। | स्मृत (वि०) याद आई। (दयो०६५) (जयो०वृ० १६/८०) । स्मृतिः (स्त्री०) स्मरण, याद, बोध, चिंतन। स्मार्तः (पुं०) पंथ, सम्प्रदाय, अनुयायी। ० स्मृति ज्ञान। (वीरो० २०/१७) स्मार्तधर्मः (पुं०) स्मृति प्रतिपादिक धर्म। (जयो० १६/८०) ० स्मार्त (जयो०वृ० १६/८०) स्मासाद्य (वि०) आनन्दित करने वाले। (सुद० २/२८) ० स्मरण मात्र। (जयो० ११/८५) स्मि (सक०) मुस्कुराना, हंसना, अपहास करना। खिलना, ० संहिताख्य शास्त्र। (जयो० ३/१२) फूलना। ० प्रत्यक्ष को अन्वित करने वाली बुद्धि। स्मिट (अक०) अपमानित करना, घृणा करना। ० पूर्व अनुभूत विषय का स्मरण। प्रेम करना। स्मृतिज्ञानम् (नपुं०) पूर्व अनुभूत विषय का ज्ञान। स्मरणं स्मित (भूक०कृ०) [स्मि+क्त हास्य मुस्कान युक्त, हंसी स्मृतिः सैव ज्ञानं स्मृतिज्ञानम्। (त०भा० १/१३) युक्त। (जयो० १२/१२९) (जयो० १२/११२) (सुद० स्मृतिपथः (पुं०) स्मरण शक्ति। ३/४०) स्मृतिप्रबन्धः (पुं०) स्मृतिशास्त्र। ० मन्दहास्य। (जयो २/१५५) स्मृतिभव (वि०) कामाधिगत । (जयो० १८/६१) ० खिला हुआ, प्रफुल्लित। स्मृतिभ्रंशः (पुं०) स्मृति का नष्ट होना। स्मितचेष्टा (स्त्री०) हास्यभाव। (जयो० १२/१२९) स्मृतिरोध (पुं०) स्मरण न रहना। स्मितम् (नपुं०) मंद हंसी, मुस्कान। स्मृतिविभ्रमः (पुं०) याद न आना। स्तिमपयस् (नपुं०) स्तन, पयोधर। (जयो० ३/६०) स्मृति विरुद्ध (वि०) अज्ञानता, मूढता। स्मितपूर्वम् (अव्य०) मुस्कान के साथ, मंद हास्य से। स्मृतिविरोधः (पुं०) स्मृतियों का विरोध। स्मितपुष्पं (नपुं०) हास्य रूप कुसुम। (जयो० १२/११९) स्मृतिशास्त्रम् (नपुं०) संहिताख्य शास्त्र। (जयो० ३/१२) ० स्मितबाला (स्त्री०) हर्षित बालिका, हंसमुख बालिका। धर्म शास्त्र, धर्मसंहिता। स्मितभावः (पुं०) हास्य भाव, मधुर मुस्कान। स्मृतिशेष् (वि०) उपरत, मृत। ० अचेत। स्मितवारिमुक् (वि०) हंसी रूपी जल छोड़ने वाली। स्मितचेष्टा स्मेर (वि.) [स्मि+रन्] हंसने वाला, मुस्कराने वाला, प्रहास वाली। स्मितमेव वारि मुञ्चतीति। (जयो०वृ० १२/१२९) युक्त, प्रसन्नगत। (जयो० १५/७२) स्मितसत्विषामय (वि०) सस्मितमय, हंसी के योग्य। (सुद० ___० फूला हुआ, खिला हुआ, प्राफुल्लित। __३/१०) स्मेरमुखी (वि०) प्रसन्नवदना, (जयो० वृ० १५/७२) सहायवक्त्रा। स्मितसारजष्टिः (स्त्री०) प्रीतिपूर्वको उपलब्धिा (जयो० १६/४६) स्मेरविष्किरः (पुं०) मयूर, मोर, कलापी। For Private and Personal Use Only
SR No.020131
Book TitleBruhad Sanskrit Hindi Shabda Kosh Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorUdaychandra Jain
PublisherNew Bharatiya Book Corporation
Publication Year2006
Total Pages445
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary
File Size23 MB
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