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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir दुर्जन दुर्योधन दुर्जन-संज्ञा, पु० (सं०) बुरा मनुष्य, दुष्ट, शत्रु, दुर्भगा-संज्ञा, स्त्री० (सं०) अभागिनी स्त्री, दुरजन (दे०)। "दुर्जन मिले जनाय" ० । भाग्यहीना, जिसपर स्वामी का प्रेम न हो। दुर्जनता-संज्ञा, स्त्री० (सं०)दुष्टता, खलपना। दुर्भाग्य-संज्ञा, पु० (सं०) बुरी भाग्य, बुरा । दुर्जय-दुर्जेय-वि० (सं०) जिसका जीतना श्रदृष्ट, मंद भाग्य । कठिन हो, अजीत, अजेय। दुर्भाव- संज्ञा, पु० (सं०) बुरा भाव, मनोदुईय-वि० (सं०) जो कठिनता से जाना मालिन्य, मन-मुटाव। जाय, दुर्बोध । दुर्भावना-संज्ञा, खो० (सं०) चिंता, प्राशङ्का, दुर्दम-दुर्दमनीय-वि० (सं०) प्रचंड, प्रबल, खटका, बुरी भावना। जिसका दमन करना कठिन हो। दुर्भिक्ष-संज्ञा, पु. (सं०) अकाल, सूखा, दुर्दम्य-वि० (सं०) प्रचंड, प्रबल, सामर्थ्य, कहत (ग्रा०) अवर्षण । दुर्भिच्छ (दे०)। दमन करने में कठिन । दुर्भेद-वि० (सं०) जिसमें जलदी छेद न हो, दुर्दशा--संज्ञा, स्त्री० (सं०) बुरी हालत या जो शीघ्र पार न हो सके। गति, दुर्गति, दुरवस्था। दुर्भेद्य- वि० (सं०) जिसका भेदना या छेदना दुर्दांत-वि० (सं०) दुरंत, अशान्त, प्रबल, __ अथवा पार करना कठिन हो। भयंकर, प्रचंड। दुर्मति- संज्ञा, स्त्री० (सं०) ख़राब अाल, बुरी दुर्दिन-संज्ञा, पु० (सं०) बुरा दिन,मेघाच्छन्न बुद्धि । वि० बुरी बुद्धि वाला, कम समझ, दिवस, दुःख या कष्ट का समय ।। दुर्बुद्धि, दुष्ट । दुर्दैव- संज्ञा, पु. ( सं०) दुर्भाग्य, दिनों | दर्मद-वि० (सं०) बुरे नशे में मस्त, घमंड का फेर, अभाग्य। में मस्त, उन्मत्त, प्रमादी । दुर्द्धर-वि० (सं०) प्रबल, प्रचड, जो कठि दुर्मना- वि० ( सं० ) उद्विग्न चित्त, अन्यनता से पकड़ा या समझा जा सके। दुर्द्धय-वि० (सं०) उग्र, प्रचंड, प्रबल, दमन मनस्क, चितित, उदास । करने में कठिन । दुर्मल्लिका--संज्ञा, स्त्री० (सं०) चार अंकों दुर्नाम-संज्ञा, पु. ( सं० दुर्नामन्) बुरा नाम, का रूपक (नाट्य०)। बदनामी, गाली, कुवचन, बवासीर. दुर्मिल- संज्ञा, स्त्री० (सं०) एक छंद (पिं०)। सीपी, सीप । वि० (दे०) अलभ्य । " हिय मै न बस्यो दुर्निवार-दुर्निवार्य-वि० ( सं० ) जिसका अस दुर्मिल बालक तौ जग में फल कौन रोकना अवश्यंभावी या निवारण करना जिए"-तु० । कठिन हो। दुर्मुख--संज्ञा, पु० (सं०) राम सेना के एक दुर्नीति-संज्ञा, स्त्री० (सं०) बुरी नीति, बुरी गुप्तचर वानर, बुरे मुख वाला, कटुवादी, रीति, अन्याय, कुचाल । अप्रियभाषी । वि० स्त्रो० दुर्मुखी। दुर्बल- वि० (सं०) कमज़ोर, दुबला-पतला, दुर्मल्य-वि० (सं०) महँगा, बहुमूल्य । निर्बल, अशक्त । “दुर्बल को न सताइये" दुर्मेधा-वि० (सं०) बुरी बुद्धि वाला, अज्ञानी, -कबी० संज्ञा, स्त्री० (सं०) दुर्बलता। कुबुद्धि, दुर्बुद्धि । दुधि-- वि० (सं०) गूढ, कठिन, क्लिष्ट, जो दुर्योग-संज्ञा, पु० (सं०) बुरा योग, कुयोग, शीघ्र न समझा जावे । संज्ञा, स्त्री० दुर्बो- कुसंग। धता । "निसर्ग दुर्बोधिमवोधविक्लवः" दुधिन--- संज्ञा, पु० (सं०) राजा पृतराष्ट्र का -किरा। । सब से बड़ा पुत्र। For Private and Personal Use Only
SR No.020126
Book TitleBhasha Shabda Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRamshankar Shukla
PublisherRamnarayan Lal
Publication Year1937
Total Pages1921
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size51 MB
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