SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 391
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra संख्या चिकित्सा - पथ-प्रदर्शिनि प्रयोग नाम ४ अनुवासनोपग कषाय कषाय ५७ अतिविषादि ५५६ एलादि ६७६ कटुकी ७२४ कृष्णादि (२) अनुवासन ३७७ आरग्वधादि ६ ३२ काकोली काथ अतिसार चूर्ण ७२६ " ७२७ ७३४ कण्टकार्यादि 91 ३७२ ३१ वस्ति प्रकरण प्रधान गुण संख्या आमशूल, वमन और दाहयुक्त ज्वर, रक्तपित्त वमन खासी, (8) (५) संग्रहणी खांसी, ज्वर, वमन तृष्णा, वमन, अतिसार हिक्का, पुरानी छर्दि ज्वरातिसार, श्वास, खांसी, लेह बस्तिमें ३२ बालरोगाधिकार www.kobatirth.org श्वास, ज्वर दूध डालना ७७७कटुकरोहिण्यावलेह हिका, छर्दि ७८४ कण्टकार्यवह बच्चों की खांसी घृत १७३ अश्वगन्धा घृत पौष्टिक, बलवर्द्धक प्रयोग-नाम १७४ अष्टमङ्गल उपयोगी ३८६ आस्थापनोपग आस्थपन वस्ति में उप० ८२३ कण्टकारी ८८१ कुष्ठादि बालरोगाधिकार १९६ अरविन्दासव ९१९ कुलत्थादि For Private And Personal Use Only ८३४ कुमार कल्याण बल, वर्ण, पुष्टि, अग्नि वर्द्धक, विशेषतः दन्तो भेद में हितावह Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir मेधा, स्मृति, बुद्धिवर्द्धक, रक्षक तैल प्रधान गुण कास, श्वास, ज्वर, अरुचि, शूलादि आसव रेवतीग्रह धूप बालकों के सब रोग, पौष्टिक बाल रक्षक रस १०२०कुमार कल्याणरस ज्वर, श्वास, वमन, दूध न पीना, अतिसार, कृशतादि
SR No.020114
Book TitleBharat Bhaishajya Ratnakar Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNagindas Chaganlal Shah, Gopinath Gupt, Nivaranchandra Bhattacharya
PublisherUnza Aayurvedik Pharmacy
Publication Year1985
Total Pages700
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size22 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy