SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 116
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kalashsagarsuri Gyanmandir ॥ माटे जो अमीचिकमारने राज्यने विसापीने श्रमण भगवंत महावीरनी पासे मुंड थई यावत् प्रव्रज्या ग्रहण कर, तो अमीपिका प मार राज्य, राष्ट्र, यावत् जनपदमा अने मनुष्यसंबंधी कामभोगोमां छित, गृद्ध, प्रथित अने तल्लीन थई अनादि अनंत अने दीर्घ-12 ॥११ मार्गवाग चारगतिरूप संसार अटवीने विष परिभ्रमण करशे, ते माटे अमीचिकुमारने राज्यने विषे स्थापन करी श्रमण भगवंत मगवंत महावीरनी पासे यावत् प्रसन्या लेवी ए श्रेयरूप नयी, परंतु मारे मारा भाणेज केशीकुमारने राज्यने विषे स्थापन करीने श्रमण भगवंत महावीरनी पासे प्रव्रज्या लेवी श्रेयरूप ' ५ प्रमाणे विचार करे के. एम विचारीने ज्यां वीतमय नगर छ, त्यो आची वीतमय नगरनी बच्चे ज्या पोतार्नु घर छे, अने ज्या बाहेरनी उपस्थानशाला छे त्यां आवे छे, त्यां आचीने अभिषेकने योग्य-पट्ट हस्तीने उभो राखीने तेना उपरथी नीचे उतरे के नीचे उतरीने ज्यां सिंहासन छ, त्यो आवी उत्तम सिंहासन उपर पूर्व दिशासन्मुख से छे, बेसीने कौटुंबिक पुरुषोने बोलावी तेणे ए प्रमाणे का-'हे देवानुप्रियो । शीघ्र चीतमय नगरने बहार अने अंदरथी साफ करावो' इत्यादि यावत् तेओ तेम करीने आज्ञा पाछी आपे छे. त्यारपछी ते उदायन राजाए बीजीवार कौटुंबिक पुरुषोने पोलावीने आ प्रमाणे कधु-'हे देवानुप्रियो ! शीघ्र केशीकमारनो महाअर्थवाळो ३ विपुल राज्याभिषेक करो.' ए प्रमाणे जेम शिवमद्रकुमारनो राज्याभिषेक कयो के तेम अहिं 'दीर्घायुषि धाओ' त्यांमुधी कहेवो. हवे ते यावत्-पष्टजनथी परिपत थइ सिंधुसौवीर प्रमुख सोळ देशो, वीतभय प्रमुख त्रणसो प्रेसठ नगरो अने खाणोनुं तथा महासेन प्रमुख दश राजाओ, अन्य बीजा घणा राजा अने युवराज | वगैरेनुं स्वामिपणु यावत् करतो, पालन करतो विहर' एम कही 'जय जय' शब्द बोले के, त्यारे ते केशीकुमार राजा थयो अने ते IE मोटा हिमवान् पर्वतना जेवो इत्यादि वर्णन जाणg, यावत्-ते विहरे छे. For Private And Personal
SR No.020110
Book TitleBhagvati Sutram Part 05
Original Sutra AuthorSudharmaswami
Author
PublisherHiralal Hansraj
Publication Year1940
Total Pages524
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_bhagwati
File Size14 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy