SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 55
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandit Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org वाडी, नवरं उदयार्णतरपच्छाकडं कम्मं निजरेइ, एवं जाव परिकमेइ वा ॥ [सू०३६] व्याख्या- 6 [प्र०] हे भगवन् ! शु जीव पोतानी मेळेज तेने उदीरे ठे? पोतानी मेळेज तेने गहें छे? अने पोतानी मेळेज तेने संवरे छे||१ शतके प्रज्ञप्तिः [उ०] हे गौतम ! हा, पोतानी मेळेज पूर्व प्रमाणे करे छे [म०] हे भगवन् ! जे ते पोतानी मेळेज उदीरे छे, गहें छे अने संवरे छे | उद्देशः३ ॥४९॥ ते उदीर्णने उदीरे छे? अनुदीर्णने उदीरे छे ? अनुदीर्ण तथा उदीरणाने योग्यने उदीरे छे ? के उदयानंतर पश्चात्कृत कर्म उदीरे X ॥४९॥ दछे? [उ०] हे गौतम ! उदीर्णने उदीरतो नथी तथा उदयानंतर पश्चात्कृत कर्मने उदीरतो नथी पण अनुदीर्ण अने उदीरणाने योग्य कर्मने उदीरे छे. [प्र०] हे भगवन् ! जे ते अनुदीर्ण तथा उदीरणाने योग्य कर्मने उदीरे छे ते शुं उत्थानथी, कर्मथी बलथी, वीर्यथी। ४ा अने पुरुषाकार पराक्रमी उदीरें के ? के अनुत्थानथी, अकर्मथी, अबलथी, अवीयथी अने अपुरुषाकार पराक्रमथी उदीरे छे ? [उ०] | हे गौतम ! ते अनुदीर्ग अने उदीरणाने योग्य कर्मने उत्थानथी, कर्मथी, बलथी, अवीर्यथी अने अपुरुषाकार पराक्रमथी उदीरतो नथी अने ज्यारे तेम छे त्यारे उत्थान छे, कर्म, बल, वीर्य अने पुरुषाकारपराक्रम पण छे. [40] हे भगवन् ! ते पोतानी मेळेज उपशमावे, गहें अने संकरे ? [उ.] हे गौतम ! हा, अहीं पण तेमज कहे. विशष एके, अनुदीर्णने उपशमावे, बाकी त्रणे विकल्पो| नो निषेध करवो. [प्र०] हे भगवन् ! जे ते अनुदीर्णने उपशमावे ते शु उत्थानथी, यावत्-पुरुषाकारपराक्रमथी? के अनुत्थानथी, यावत्-अपुरुषाकारपराक्रमथी ? [उ०] हे गौतम ! पूर्व प्रमाणेज जाणवू. [म०] हे भगवन् ! ते पोतानी मेळेज वेदे अने गर्हे ? हे गौतम ! अहीं पण वधी पूर्वोक्त परिपाटी जाणवी. विशेष एके, उदीर्णने वेदे छे पण अनुदीर्णने वेदतो नथी, तथा ए प्रमाणे यावत्पुरुषाकार पराक्रमथी वेदे ॥३६॥ RAAAAAI For Private and Personal Use Only
SR No.020106
Book TitleBhagvati Sutram Part 01
Original Sutra AuthorSudharmaswami
Author
PublisherHiralal Hansraj
Publication Year1937
Total Pages330
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_bhagwati
File Size8 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy