SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 114
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandie | हे भगवन् ! ते ए प्रमाणे छे, हे भगवन् ! ते ए प्रमाणे हे. एम कहीने भगवंत गौतम रिहरे के ॥ ७६ ।। व्याख्या १ शतके तेणं कालेणं तेणं समएणं पासावधिले कालासवेसियपुत्ते णामं अणगारे जेणेव थेरा भगवंतो सेणेव उवाप्रचप्तिः उद्देशः ५ गच्छति २त्ता थेरे भगवंते एवं वयासी-थेरा सामाइयं ण जाणंति थेरा सामाइयस्स अट्ठ ण याणंति थेरा ॥१०८॥ | पञ्चक्खाणं ण याणंति थेरा पञ्चक्रवाणस्स अहं ण याणंति धेरा संजमं ण याणंति थेरा संजमस्स अटुंण या- 11१०८॥ गंति थेरा संवरं ण याणंति घेरा संवरस्स अटुंण याणंति थेरा विवेगण याणंति थेरा विवेगस्स अहं ण याणं& ति थेरा विउस्सग्गं ण याणंति थेरा विउस्सग्गस्म अटुंण याणंति ६ ताणं ते घेरा भगवंतो कालासर्वसि यपुत्तं अणगारं एवं बयासी-जाणामोणं अजो सामाइयं जाणामो णं अजो! सामाइयस्स अटुं जाव जाणामो| घाणं अजो! विउस्सगस्स अटुं । तए णं से कालासवेसियपुत्ते अणगारे धेरे भगवंते एवं बयासी-जति णं अ जो! तुम्भे जाणह सामाइयं जाणह सामाइयस्स अटुं जाव जाणह विउस्सग्गस्स अटुं किं भे अजो! सामाइए? किं भे अजो सामाइयस्स अट्टे ? जाव किं भे विउस्सगस्स अहे?, ताणते थेरा भगवंतो कालासवेसियपुत्तं अणगारं एवं वयासी-आया णे अजो! सामाइए आया णे अजो! सामाइयस्स अट्टे जाव विउस्सग्गस्स अट्टे । तए णं से कालाससियपुत्ते अणगारे थेरे भगवंते एवं वयासी-जति भे अजो! आया सामाइए आया सामाइयस्स अट्ट एवं जाव आया विउस्सगस्स अट्टे अवहट्ट कोहमाणमायालोभे किमढे अजो: गरहह ?, कालास. संजमट्ठयाए, से भंते ! किंगरहा संजमे अगरहा संजमे ?, कालास! गरहा संजमे नो अगरहा संजमे, गरहावि For Private and Personal Use Only
SR No.020106
Book TitleBhagvati Sutram Part 01
Original Sutra AuthorSudharmaswami
Author
PublisherHiralal Hansraj
Publication Year1937
Total Pages330
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_bhagwati
File Size8 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy