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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir प्रशम्म ashainma-१० बड़ी और ऊँची . इसका बहुवचन प्रशाइम है । ( Left नाक वाला। वह व्यकि जिसकी घ्राण शक्ति side.) ' (कुव्वत शाम्म ) अत्यन्त तीव्र हो । अशितम् ashitam-सं० फनी अशरफी asharafi-हि. संज्ञा स्त्री० [फा०] अशित ashita-हिं० वि० ) (१) एक प्रकार का पीले रंग का फूल । गुल भुक्क, खाया हुघा, खादित, तृप्त । हे० च०। अशरफी । (२) सोने का एक पुराना सिक्का जो प्रशितम्भवः ashitambhla.vab-सं० पु. सोलह रुपए से पचीस रुपए तक का होता है। अन्न | भात-बं० । मोहर । अशितलता ashita-lata-सं० स्त्री० नीलदूर्वा, अशरास ashtrāsa-१० एक जड़ी है जिसकी नीलीदूब । (See--nila-durvvā) निघ० । पत्तियाँ मज़बूत, पुष्प रनभायुक्त श्वेत वर्ण के अशिरम् ashiram-स० क्ली० तथा फल गोल होते हैं। अशिर ashira-हिं० संज्ञा पु. अशरीर usharir-हिं० पु. शरीर रहित, कन्दर्प, (१) हीरक, होरा । ( Diamond.) रा० काम, मदन | Lust, Kamdev. ( The नि० २० १३ । देखो-वजम् । (२) अग्नि ___hindu cupid.) ( Fire )। (३) राक्षस (A demon.)। अशर्फी बूटा asharfi-buti-रसा० अशरफ़ो। (४) सूर्य । ( Sun.) असम asharmma-हिं० संशा.पु. [सं०] | अशिरक ashirashki-मस्तक रहा, कपन्ध - कर, दुःख ।-वि० (१) दु:खी । (२) गृह | (A headless trunk.) अशिशिम्बो ashi-shimbi-सं० स्त्री० स्वनारहित । माख्यात शिम्बी विशेष । सफेद सेम । थोर श्वेत अशल्ल ashalla-अ० टुण्डा, अपाहिज, वह व्यक्ति श्रावै-महाश्वेत शिम्-बं० । (The whiteजिसका हाथ शुष्क हो गया हो । flat bean.) अशा aasha-० अश्वान, अमी लैली, ननाध्य, गुण-मधुर, कसेली, श्लेष्मपित्तघ्नी, प्रण___ राज्य धता, नक्रांधता, रतों धी। यह एक प्रकारका दोष नाशिनी, शीतल और रुचिकारी है। रा०नि० ___ नेत्र रोग है जिसमें रात्रि में दिखाई नहीं देता । व०७। हेमीरल भोपिया ( Bemeralopia. ) अशश्विश्व-का ashish vishva,-ka-सं. स्त्री० अनपत्या, पुत्र कन्याहीन स्त्री, सन्तान अशोऽ aasha -अ. निशा, रात्रि, निशाहार, रात | | रहित स्त्री । (A childless woman) श० का खाना । डिनर ( Dinner.)-इं। र० । प्रशाका,-खा nghākā,--kha-सं० क्ली० शूली अशीता ashita -सं० स्त्री० भूमिकुष्मांड, तृण । शाखाशून्यलता । रा० नि० घ० । प्रशुक्ला ashukla पताल कुम्हड़ा । (Ipo See--shúlí moea Digitata.) वै० निघ० । अंशान्तगन्धाढया ashanta.gandhadhya | अशीरान ashiran-यु० खायहे संग-फा० । -सं० स्त्रीश्राम्रहरिद्रा। प्रामहल दी । श्राम अशोरून ashirin-इन्दलु० हस्सितूह ।एक अप्रप्रादा-ब। प्रांवेह लद-मह। (Curcuma . सिद्ध बूटी है। amad.) वै० निघ० । अशक्लजा ashuklaja-सं० स्त्री. वोरोधान्य, प्रशान्त चूर्ण ashānta-chārna-हि. वि. बोरव धान । (See-Borod hāna) वै. अनंबुझा चूना । (Quick or unsia ked निघ.. अशुक्ला ashukla-सं० स्त्री० भूमिकुष्माण्ड । अशाम ashama-० वाम ओर, बाई ओर ।। (Ipomoea Digitata.) वै० निधर lime.) For Private and Personal Use Only
SR No.020089
Book TitleAyurvediya Kosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRamjitsinh Vaidya, Daljitsinh Viadya
PublisherVishveshvar Dayaluji Vaidyaraj
Publication Year1934
Total Pages895
LanguageSanskrit
ClassificationDictionary
File Size29 MB
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