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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ममीना १८५ मह कुजद अर्माना armina-अ०, य. नौशादर । Sal- हरीतकी फल ( Terminalia cheb ammoniac ( Ammoniae hydro- ul:, Retz. ) To Foro gol chloras.) स. फा. इ० अलू lu-पं० क चैटा, किंगली, अग लाग्न । अर्मीनाकुन . arminaqan-यू० जर्दालू, एक ( Mimosa rubicaulis, Lam. ) फल है जो पीतवर्ण का और गोल व मधुराम्लता मेमो०। फा० इ०३भा० । (२) परलू । युक्त होता है। न वानी इसका एक भेद है। यह अर्व ३arval-अ० कम्पन लगकर घर चढ़ना, शीत प्रदेशो में अधिक होता है । जाड़े से ज्वर श्राना, शीत पूर्व ज्वर, जूड़ी अनिया armāuiya-यू० अका क्रिया । See- ज्वर । Akikia. अर्वती arvati-सं० स्त्री० अज्ञात औषधि अर्मन् armman-सं० क्ली० नेत्र रोग विशेष | अथर्व । मू०४।२१ । का० १० । यह पांच प्रकार का होता है श्रवन् alvan-सं०० गतिशील, चल नेवा ना (१) प्रस्ता>र्म, (२) शुक्लार्म, (३) अथर्व । रक्रार्म, (४) मांसार्म और (५) स्नायवर्म । | अर्वाक avaka- अ इनके लक्षण यथा स्थान देखो-1 अर्वाक स्रोता alvika-srota-हिं० संज्ञा पु.. अर्यमा aryyamā-सं० पु०, हिं० संज्ञा पु० . [सं०] (1) अर्क वृक्ष, पाक (Calotropis जिसके वीर्यपात हुश्रा हो। ऊ रेता का उलटा । gigantea. 1 [o tạo ao 12 ( 7 ) सूर्य । She Sum)। अर्वाह urvāh-(ब० व०), रूह, (ए० व०) अर्र aart-अ० (3) कण्डु, खज, खुजली । अ. ये तीन हैं-(१) रूह है वानी ( प्राणी शक्रि ) जो हृदय में उद्भत होती है और धम(The-itch)। (२) जड़ से बाल नियों के द्वारा सम्पूर्ण अवयवों में विभाजित उखाड़ना। होकर उनको प्राण शक्ति प्रदान करती है, (२) अर्रक araqq-अ० रनोकतर अर्थात् बहुत पतली रूह नक्सानी (मानसिक शशि ) जो मस्तिष्क में संजनित होती है और बोध तुन्तुओं (नाड़ियों) अर्रा arra-हिं• संज्ञा पु० [?] एक जंगली द्वारा शरीर में फैलकर उनको वोध व गति पेड़ जो अर्जुन वृक्ष से मिलता जुलता होता प्रदान करती है, (३) रूह तब् ई (प्राकृतिक है। इसकी लकड़ी बहुत मज़बूत होती है शक्रि ) जो यकृत में पैदा होती है और शिरानों छत पाटने आदि के काम में आती है। द्वारा अवयवों में वितरित होकर उनको पाचन (२) अरहर। आढकी। शति एवं पोषण प्रदान करती है। रूह मर ज aruzal -अ० तण्डुल, चावल | Rice के लक्षण एवम् वास्तविक के लिए तेखोउर्ज uaza (Oryza sativa, Lin.) स० फा० स्पिरिट्स Sqirits, सोल्स Souls, न्यूमाज़ Pneumas | ये मुख्य पारिभाषिक भहीनाल arrhenal-ई प्रार्सिनिल Ars शब्द है जो अर्वाह के उपयुक्त पर्याय हैं। ypil (Disodium methyl arse- अर्वाह कुञ्जद arvāh-kun jada-अज्ञात । nate. ) यह काकोडाइल का एक नवीन | श्रवण: arvvanah) पौकिक है । देखो-संखिया। अचान् arovi-n सं० पु० अश्व घोड़ा । म(रोल ar(ra)lu-सिं० पीली हड़, हरी, | (A horse.) भा० पू०। । For Private and Personal Use Only
SR No.020089
Book TitleAyurvediya Kosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRamjitsinh Vaidya, Daljitsinh Viadya
PublisherVishveshvar Dayaluji Vaidyaraj
Publication Year1934
Total Pages895
LanguageSanskrit
ClassificationDictionary
File Size29 MB
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