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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir १० | अरलु कडुई लौकी । (४) महानिम्ब, महारुखा, (Aila- mbium speciosum) । रक कम्बल-बं०। nthus excelsi) ई० मे० मे। ( ४ ) नीलोत्पल, नील कमल, नीलोफर । अरलु aralu-५० कचैटा, किंगली, अगलागल। (Nymphea stelata) ग०नि०व० अरलु aralu-सिं०, मल० हरीतकी पुष्प. हड़ १०1-4। (५) सारस पक्षी । ( The का फूल। crane.) अम०। अरलु पुटपाक arali-putpika-सं० पुं० अरविन्ददल प्रभम् aravinda-dala-pra. सोनापाटा की छाल द्वारा प्रस्तुत किया हुअा पुट- ___bham-सं० क्ली. ताम्र, ताम्बा । तामा-बं० । पाक । इसे कुटज पुटपाकवत् प्रस्तुत करते हैं। Copper (Cuprum) वै० निघः । देखो-कुटज। अरविन्द बंधु aravinda-banddu-हिंग संज्ञा गुण-अरलु स्वक् द्वारा निर्मित पुटपाक पुं० [सं०] सूर्य । ( The sun ). अग्निदीपक है । इसे मधु तथा मोचरस के साथ अरविन्दासवः aravindasavah सं० प. संयुक्त कर उपयोग करने से यह समस्त प्रकार के कमल, खस, गम्भारी के फल, मजीठ, अतिसार को दूर करता है। शाङ्ग० म० ख० । नीलोफर, इलायची, बला, जटामांसी, मोथा, १०। अनन्तमूल, हड़, बहेड़ा, वच, प्रामला, कचर, अरल मल aalu-mas-सिंगा. हरीतकी, हड़ । काला मारिवों, नीली,पटोल, पित्तपापड़ा, अर्जुन, ( Termi.inalin chethula. ) स० महश्रा, मुलेटी, मुरामांसी । प्रत्येक १-१ पल फा० इ०। मुनक्का २० पल, धवपुटप १६ प०, पानी अरल्यादि छायः halvali.kathah-सं० २ द्रोण, मिश्री १०० ५०, शहद ५०प०, सबको पु० अरलु, अनीम, मांधा, साट, बेलगिरी, मिलाकर या विधि मिट्टी के बर्तन में संधान अनारदाना इनका क्वाथ प्रत्येक ज्वरी और अति करके एक मास तक रक्खा रहने दें। यह बालकों सार का शमन करता है । वृ०नि० र०। के समस्त रोगों को दूर करता है। प्रा० वे. T alavad-aro __सं० भै० र०। सतनी, सुदाब। परवदा aravada" (Ruta gra- अरविन्दिनी amavindini-सं-स्त्री. पनसमूह। veolens, Linn.) र०मा०। अरवा arava-हिं० संज्ञा पुं० [सं० अनहीं अरवी aravi-हिं० स्त्री०, द. पालकी, अई, +हिं० लावना=जलाना, भूनना ] वह चावल जो ___ घुइयाँ । कच्चु-बं० । A species of कच्चे अर्थात् बिना उबाले या भूने धान से Arum (Arum colocasia.) निकाला जाए। । अरवी aaravi-अ० असराश । लु० क० । See-dsráşba. अरवान alavan-पं० प्रयार, यज्ञ परवीनीम alavi-hima-ते. माकर लिम्बू परवानह. aravansh-फा० खेरी सह राई । एक -मह० (Atalantia momophylla, जंगली बूटी है जो रात की पुष्पित होता है। Corr.) मेमो०। अरविन्दम् artvindain-सं• त्रा० । अरविंद aravinda-हि. संज्ञा पु० अरवारडानाही arrorada-notte - पुर्तगा. र शेफालिका, हरसिंगार, परजाता। ( Nyeta(1) पद्म, कमल, उत्पल, पङ्कज । The ntlies arbortristis.) lotus ( Nymphoa nelumbo ) प० मु० । रा०नि० व०१०। (२) ताम्र, अरशद arashad.फा० सोनामक्खी,सुवर्ण माक्षिक, arati Copper ( Cuprum ) flo fato attrate Iron pyrites ( Ferri व०१३। (३) कोकन, रक्तपद्म ( Nelu- । sulphuretun.) For Private and Personal Use Only
SR No.020089
Book TitleAyurvediya Kosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRamjitsinh Vaidya, Daljitsinh Viadya
PublisherVishveshvar Dayaluji Vaidyaraj
Publication Year1934
Total Pages895
LanguageSanskrit
ClassificationDictionary
File Size29 MB
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