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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir " समक अनुक्रमणिका । (२७) विषय. पृष्ठ. विषय. पृष्ठ, अस्नेह्यवर्णन .... .... .... उपनाहलक्षण .... .... .... १६२ बुद्धयादिकोंमें घृतप्रशस्त..... ऊष्मलक्षण .... .... .... " ग्रंथ्यादिरोगमें तैलप्रशस्त.... द्रवलक्षण वातादिरोगोंमें वसाप्रशस्त अवगाहनप्रकार .... .... स्नेहसेवनमें ऋतुव्यवस्था .... .... व्याधिव्याधितदेशऋतु इनकी अपेक्षा ,, ग्रीष्ममें रात्रिसमयमें घृतसेव्य आमाशयगतवायुमें स्वेदकल्पना .... १६४ स्नेहोपयोगोपदेश.... .... .... मुष्कादिकोंमें अल्पस्नेहविधि .... स्नेहकी चौसठ विचारणा.... .... शीतशूलक्षयमें स्वेदसेवना .... अच्छेस्नेहमें पेयत्वकी अविचारणा .... स्वेदविधिसेवाप्रकार .... स्नेहकी मात्राकल्पना .... .... स्वेदातियोगलक्षण उष्णकालमें मात्राहविचार .... द्रवादिमानद्रव्यकोस्वेदनल स्नेहानोत्तरकर्म .... .... .... स्तंभनद्रव्यविभाग पीतनहके नियम ... .... , स्तंभितलक्षण .... .... .... १६५ स्नेहपानमेंभोजनादिविधिरिक्तकेसमान अतिस्तंभितलक्षण स्नेहपानमें कालमर्यादा .... अतिस्थूलादिकोंको स्वेदनिषेध सम्यस्निग्धलक्षण परंतु कहांकहां मृदुस्वेद .... रूक्षलक्षण .... .... .... श्वासादिकोंमें स्वेदौचित्य .... अतिस्निग्धलक्षण.... .... वातमें अनाग्नेयस्वेदविधि .... अकालपीतस्नेहोंसे उपद्रवर्णन स्विन्नको पथ्यविचार .... .... १६६ स्नेहव्यापत्साधन .... .... .... " स्वेदकाफल ३०.... .... मांसलादिस्नेह्योंका पूर्वरूपलक्षण .... १६० अथाष्टादशोऽध्यायः १८ स्नेहको मलप्रेरणदक्षता .... .... अथ वमनविरेचनविष्यध्यायः .... बालवृद्धादिकोंको सद्यःस्नेहप्रयोग कफपित्तइनमें वमनविरेचन .... सातस्नेहनका प्रयोग .... ... स्नेहमें पथ्यविचार नवज्वरादिरोगीको वमन करावना .... क्षीणोंको स्नेहविधि .... .... गर्भिणी आदिको वमनमें वय॑स्व .... स्नेहसेवनफल ४६ विषादिभक्षणमें वमन ..... अथ सप्तदशोऽध्यायः १७ गुल्मादिकोंमें विरेचन .... अथ स्वेदविध्यध्याय कुष्ठादिकोंमें वमन चतुर्विधस्नेह .... .... .... " वमनपूर्वदिनकृत्य .... .... .... १६८ तापलक्षण .... .... .... , पूर्वदिनसेवनीयोषध For Private and Personal Use Only
SR No.020074
Book TitleAshtangat Rudaya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVagbhatta
PublisherKhemraj Krishnadas
Publication Year1829
Total Pages1117
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size30 MB
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