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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir भजामा अर्जिय्यह मलामत मुस्किरह चीन मिश्र देशीय वैध पलामत के स्थान में स्थानीय शोध । लोकल सिम्पटम् ( Local इसका पर्याय 'प' निर्धारित करते हैं। Symptom)-०। साइन उस पलामत का नाम है जो केवल | अलामत मबय्यिनह ialanata-maba. ] रोग में प्रगट होता है और सिम्पटम् रोग व yyinah स्वास्थ्य दोनों बक्षणों के लिए बोला जाता है। ! दलोल dalilin मस्तु, जो अन्तर दलील व अनामत में वर्णित दलामत dalilata हुमा कही भेद सिम्प्टम् व साइन में है। इजि. अ. वह लवण जिससे वैध को रोग का पता केशन भी साइन और इलील का पर्याय है। । जगे। उदाहरणतः नाड़ी वक्रारोरा (मत्र) अलामत अजिय्य aalamat-aniziyyahi प्रभृति । इणिकेशन ( Indication ), -अ. वह लक्षण जो किसी अवयव के अवारि ज़ साइन ( Sign )--101 अर्थात् उसकी सुन्दरता व कुरूपता से सम्बन्ध | अलामत मुख्तलितह, aalamata-mukhta. रखता हो, उसके शरीर या जौहर या उसकी litah--लामत मुरकबह-अ०। संयुक या मि. क्रिया से सम्बन्ध न रखता हो। देखो-अलामत श्रित लया। वह लक्षण जो अन्य लक्षणों से . जौहरिय्यह् । संयुक या मिश्रित होकर व्यक होता है अर्थात् एक रोग के विमिन लषयों का परस्पर मिलकर अलामत आमह aalanataanah प्रगट होना। अल मत मिज़ाजियह alaimat-nizajiyab), उदाहरणतः-ज्वर में शिरःशूल, इन्द्रियों ... सामान्य लक्षण, मिज़ाजी अलामत, बह का टूटना व मतली प्रभृति का परस्पर मिसकर लक्षण जिसका सम्बन्ध समग्र शरीर से हो या जो प्रदर्शित होना | कम्प्लेक्स सिम्प्टम् ( Comp. समग्र शरीर में प्रगट हो । जैसे ज्वर में सम्पूर्ण | les symptom ), feresta ( Syndroदेह का गर्म होजाना। me)-इ । मलामत जौहरिय्यह. aalamat-jouhari- ! अलामत मुज़किरह. aalanata-muzakki yy.h-०(.) वह लक्षण जो अवयव के Jah-० स्मरण कराने वाला लक्षण, स्मारक शरीर व सत्ता से अर्थात् उनकी सृष्टि व उत्पत्ति चिन्ह, वह लक्षण जो किसी रोग द्वारा उपस्थित से सम्बन्ध रखता है। (२) जो लक्षण अवयव । निर्बलता में व्यक्त होकर उस गत रोग को के सवारि ज (कुरूपता वा सौंदर्य)से संबंध रखते । स्मरण कराए, परन्तु उस रोग से उसका कोई हों उन्हें "खामात अजिारयह" कहते हैं। और | विशेष सम्बन्ध न हो। कन्सीक्युटिव सिम्पटम (३) उन लक्षणों को जो अवयवों के कार्य से (Consecutive symptom)-इं। सम्बन्ध रखते हों उन्हें "अलामात तमामिथ्यह" । शलामत मुन अकिसह aalan at-in.uniaki. कहते हैं। Sith-श्र० परावर्तित लक्षण, वह लक्षण जो रोग अलामत तमामिय्यह, aalamat-ta mami-i से दूर किसी अवयव में प्रगट हो। yyah-अ० वह लक्षण जो किसी अवयव की उदाहरण-वृकशूल में बमन होना या क्रिया से सम्बन्ध रखता हो. उसके शरीर का रूप कतिपय मासिक रोगों और गर्भावस्था में से उसका कोई भी सम्यम्ध न हो। देखो-- वामित व उबकाई का भामा । रिफ्लेक्स सिम्पटम अलामत जौहरिय्यह। (Reflex symptom ) अलामत मकामिय्यह, aalamat-maqami ! मलामत मुजिरह aalamat.munzirah yyah-२० स्थानीय लषण, वह लक्षण जिसका प्र. भयभीत करने वाला साण, पूर्वरूप, वह . सम्बन्ध शरीर के किसी विशेष भाग से हो जैसे- तण जो किसी रोगसे पूर्व उसके उपर होने का For Private and Personal Use Only
SR No.020060
Book TitleAayurvediya Kosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRamjitsinh Vaidya, Daljitsinh Viadya
PublisherVishveshvar Dayaluji Vaidyaraj
Publication Year1934
Total Pages895
LanguageGujarati
ClassificationDictionary
File Size27 MB
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