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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir २४०० प्रमिया प्रमुबीर अमिया amiya-हिं० श्राम का कच्चा फल । अमीवा का शरीर एक स्वच्छ गाढ़े भली प्रकार अमिरती amirati-हिं. संज्ञा स्त्री० दे० न बहने वाले शहद जैसी वस्तु से बना है। इसका इमरती। मिठाई भेद। वास्तविक परिमाण से - इंच तक (ग्यास अमिल amila-हिं० वि० [सं० श्र=नहीं+हिं० मिलना ] (१) न मिलने योग्य । (२) बेमेल | में ) होता है। इसमें चैतन्यता के प्रायः सभी अनमिल । लक्षण पाए जाते हैं अर्थात् यह एक ही घटक से अमिलतास amil atāsa -हिं० संचा पु० दे० उन सम्पूर्ण कार्यों को सम्पादित करता है जो अमलतास। किसी एक जीवधारी को जीवन व्यापार चलाने के अमिलातकम् amilatakami-सं० क्ली० बेला लिए करना आवश्यकीय होता है। देखो-सेल। -हिं० । हला | See-Bela अमीर ज़म्बूरान amira-zamburana-फा० अमिलातका amilataka-सं० स्त्री० महाराज शहद की मक्खियों का सरदार । तरुणी पुष्प वृक्ष । बेला-हिं०, बं० । रा०नि० अमीरह. anitah-ले० लिसानुल कल्ब । व०१०। Sec-Lisanul kalb. ममिलियापाट amiliya-pita-हिं० संशा पु. | अमीरुशिया amirushiya-यू० शवासर (बरि[हिं. अमिलो इमिली+पाट रेशम ] एक प्रकार आसिक या कैसूम भेद)। का पट वा पटसन । अमीरही iami-rehi-० असलूकमा । वस्तुतः अमिली amili-हि. संज्ञा स्त्री० दे० अम्लिका ।। यह श्याम अथवा हरित वर्ण का मोतियाबिन्नु अमिश्रण amishruns-f. संत्रा पु० [सं०] ! है, जिसमें नेत्रपिण्ड प्रगट रूप से ठीक मालुम [वि. अमिश्रित ] मिलावट का प्रभाव । होता है, परन्तु वस्तुतः उसमें दृष्टि शक्रि नहीं अमिश्रित amishrita-हिं० वि० [सं०] | होती। ग्लॉकूमा ( (ilaucoma)-ई.। (1) न मिला हश्रा । जो मिलाया न गया हो। अमीरोसिया amirosiya-यु० यकृत तथा (२) जिसमें कोई वस्तु न मिनाई गई हो।। एक माजून विशेष । बे मिलावट । खालिस । शुन्छ । पृथक् भूत ।। अमीलेली aami-laili | -अ. नकान्ध्य, अमिष amisha-हिं० संज्ञा पुं॰ [सं०] दे | अशा aasha रतौंधी । हेमीरेलोपिया. | (Hemeralopia.)-१०। आमिष । मोami-संत्री | अमीव aniva-हिं० संज्ञा पुं० [सं०] रोग। श्रमत-हि । ( The | मोव चातनी: amiva-chatanih-सं० ___water of life, nectar.). रोग नाशक, रोग उत्पन्न करने वाले जन्तुओं का श्रमी aami-अ० दृष्टि शक्ति का नष्ट हो जाना, नाश करने वाला । अथवं सू०७।५। देखने की शक्रि का हास। | अमु इङ्गुरु amu-inguru-सिं० माईक, मादी, अमीनोअम्ल aminoramla-हिं०पु. (Am- अदरख । (Zingiber officinalis, Roacb.) ino acid ) प्रोटीन की अन्तिम अवस्था को । स० फा०६०। कहते हैं जो शरीर द्वारा ग्रहण की जाती है। ()मुक (a)muk-नेपा०, अमरूद । (Gu. अमीनोफॉर्म aminoform-६० युरोट्रॉपीन। . ava). See-Amarita. अमीबा amoeba-ई० प्राधुनिक प्राणिशास्त्र के अमुकी amuki-नेपा० मैनफल । ( Randia अनुसार एक अणवीक्ष्य एकसेल युक्त जीवधारी। Dume torum, Lam.) नोट-वेद (अथर्व) में श्रमीच शब्द रोगोत्पादक भमुकिरम amukiram-मल० । कीटाणु अथवा रोग के लिए प्रयुक्त हुआ है। अमुकीर amukkir-ता०. . . j. " । पुनीर । For Private and Personal Use Only
SR No.020060
Book TitleAayurvediya Kosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRamjitsinh Vaidya, Daljitsinh Viadya
PublisherVishveshvar Dayaluji Vaidyaraj
Publication Year1934
Total Pages895
LanguageGujarati
ClassificationDictionary
File Size27 MB
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