SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 521
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir मल लता ૪૭૮ श्रमसूले अमल लता mala-lata-बं० अमल aamalila-अ० जनाबरी । अमल वेल amala-vela. अमलेलस amalailasa-बरब० अफरीका के देखो-श्रमलबेल। किसी किमी भाग में एक प्रसिद्ध वनस्पति का अमलसी amalasi-फ़ा. अनार भेद अर्थात् , अनार बेदाना । इसे अनार सीतानी भी कहते है। अमलोनी amaloni-हि. संज्ञा स्त्री० [सं० अमला mala-सं० स्त्री० -हिं० संज्ञा स्त्री० अम्ललाणो ] नोनियाँ घास । नोनी। इसकी पत्तियाँ बहुत छोटी छोटो और मोटे दल की तथा (१) महानीली, बड़ा नील । रा० नि० ० ४। (२) सेहुन्छ भेद। ग०नि०। (३) ख.ने में खट्टो होती हैं । लोग इसका साग बना कर खाते हैं जो अग्नि वर्तक हैं। कहते हैं कि भूम्यामलकी । पताल आँवला, भुं ई श्रामला इसके रस से धतूरे का विष उतर जाता है । यह (Phyllanthus noruri ) (8) बड़ी पत्तियों का भी होता है जिसे कुलफ़ा कहते । (५) सातला वृक्ष-हि. संश पुं० [सं० श्रामलक ( ६ ) नापिनाला, श्रामला wizer Phyllanthus Emblica ) अमलोरा amalor-पं० आमला, श्रामी, खेमिल, प्रयोग. जुद्ररोग० चि० । खेतिमल । मेमो०। अमलाल analola-अ० रेत में रहने वाला एक अमलाउझटा amalijjhati सं० स्त्री० भूधात्री जानवर है। भुई आमला (Phyllanthus rneri) अ० टी० भ० । प्रमलालवा amalolava-हिं० त्रिपत्री, अम्लश्रमलो amali-हिं० वि० पत्री, गोधापदी-सं०। Vitis Trifolia, Ci अमली amali-अ. SSUS Carlosa ! देखो-गोधापदिका (१) अमल में आने वाला ! व्यवहारिक । (२) (दी-) करने वाला । (३) चिकित्सा शासका यह अंग अमवती,-टी amavati,ti-हि. खटकल, जो क्रिया से संबन्ध रखता है । ( ४ ) नशे चाङ्गेरी, चूका। Rimex Scutatus बाज़ । (५) अम्ली , इमली। अमश āamash-अ०(१) दृष्टिमांद्य, दृष्टि की . अमली mali-हिं० संज्ञा स्त्री०, द० निर्बलना-हिं । जोफ़ बसर, नज़र की कमज़ोरी, अमली का बोट amali.ka.bot (२) चच द्वारा जलस्त्राव, आँख से पानी [सं० अम्लिका ] (1) इमली, तितडीक बहना । ( Tamarindus Indicus) । (२) अमसः amasah-सं० पु.. एक झाड़ीदार पेड़ जो हिमालय के दक्षिण ! अमस amasu-हि. संज्ञा पु. गढ़वाल से प्रासाम तक होना है । करमई रोग ( Disea3e )। उ०। गौरूबटी 1 । श्रमसानिया amasaniya-पं. बुतशुर | चीवा अमलक analika-हिं० संज्ञा पु० [सं० मेमो) । अम्ल ] एक पेड़ जो अफगानिस्तान, विलचिस्तान | श्रमसुल anyasult-दम्पिल० श्रोठ, श्रोष्ट । हजारा, काश्मीर, और पंजाब के उत्तर हिमालय Garcinia xantho cbyiniis FITO की पहाड़ियों पर होता है । इसमें से बहुत सा इं० १ भ0 । ई० मे० मे०। रस बहता है जो जम कर गोंद की तरह हो अमसूल Amasula-हिं० संज्ञा पुं॰ [देश॰] जाता है। इसका फल साजा और सूखा दोनों एक पतला पेड़ जिसकी डालियाँ नीचे की ओर खाया जाता है । सूखा फल कावुली लोग लाते ! झुकी होती है और जो दक्षिण में कोकण, कनारा हैं। इसे मलूक भी कहते हैं । और कुर्ग के जंगलों में होता है। इसका फल For Private and Personal Use Only
SR No.020060
Book TitleAayurvediya Kosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRamjitsinh Vaidya, Daljitsinh Viadya
PublisherVishveshvar Dayaluji Vaidyaraj
Publication Year1934
Total Pages895
LanguageGujarati
ClassificationDictionary
File Size27 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy