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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir अनवगाह २६३ अ()नाकार्डिअम् लैटिफोलिया नॉट श्राफिशल (२) चित्तनांचल्य, उद्विग्नमन, चित्त की (lot officiul.) पञ्चलता ( अस्थिरता)। (Restlesses). लक्षा--यह एक श्वेत वादार, गंध रहित । अनशनम् avashanaul-सं. क्लो एवं स्वाद रहित चूर्ण हैं, जिसका रासायनिक | अनशन ॥mashana-हिं० संज्ञा पु. संगठन और गुणधर्म एवं प्रभाव फेनेसी- लइन, उपवास । ( A fast, fasting) टीन के समान होता है। पर इसमें फेनोल के मा०नि०! शन्नत्याग । निराहार । सिवाय क्विनोमीन का प्रॉकड़ा होता है। अनसखरो masakhari--हिं० संज्ञा स्त्रो० घुलनशीलता-यह जल में नहीं घुलता तथा ! [सं० अन्नहीं+हिं० सम्बरी] निखरी । पक्की ईथरमें भी करीब करीब नहीं धुलता और शीतल । रसोई । घी में पका हुभा भोजन । या उष्ण अलकुहाल ( मद्यसार) में भी प्रति ! अनस्थोटक anusthetic-t० अवसभनान्यून धुलता। परन्नु, क्रोरोफॉर्म में किसी प्रकार जनक, कायस्पर्शाताजनक | सुन्न करने वाला। अधिक घुलता है। अनस्थेशिया Esthesia-इं०अवसन्नता। भाव-सथाशामक ( वेदना नाशक)। शनस्थेसीन amarsthesile-इं. इसको अजीर्ण मात्रा-॥से १५ ग्रेन पर्यन्त (५ से रोग में से १० ग्रेन की मात्रा में कीचटस में ग्राम तक)। डालकर देते हैं। अनवगाह anavagāha-हिं० वि० [सं०] अनस्लैक्ड-लाइम unshaked-lime-इं० चूना । [संज्ञा श्रनवगाहिता ] अथाह । गंम्भीर । अनबुझा चूना । कली का चूना । अशांत चूर्ण । बहुत गहरा। अनवगाहिता anavagahiti-हि. संज्ञा स्त्री० ((Quicklime). [सं०] गंभीरता | गहराव । अनहद नाद mahada-nada-हि. संज्ञा प. अनवगाह navagahya-हि० वि० दे० [सं० अनाहतनाद] योग का एक साधन । अनवगाह । अनहाइड्रस वल-फैट anhydrols.woolअनवच्छिन्न amavachchhinna--हिं० वि० fat-x) ATE ( Gluten). [सं०] (1) अखंडित । अटूट । (२) पृथक अमक्षः nakshah-सं० त्रि. ग्रंध, धंधा। न किया हुश्रा । जुड़ा हुशा । संयुक्त । | (Blind ). अनति antkshi-सं० श्लो० कुचपु, करिसत अनवद्यरागः anavidyarigah--सं० पु. चषु । माणिक्य भेद । केशर के रंग का एक प्रकार का मणि विशेष । कोटिक अथ० । अनाक anaq-अ० बकरीका बच्चा । (A Kid). अनाकर anākar-कुस्तु० भनाग़ालुस । अनवम बीजी anuvann-biji-य. मुनका । Sea-Anaghalus. (Dried grapes ) अनाकार्डिश्रम् anacardium-ले. मनातक i . अनवय anavaya-हिं० संज्ञा पुं॰ [सं० (ब)नाकार्डिअम् प्राक्सिडेर टेली anacardमन्वय ] वंश । कुल । खानदान । ium occidentale, Linn. ( Nut of मनवस्थानः anavasthānah-सं० पु. Cashew nut)-ले. काजू । स. फॉ० वायु । ( Air) रा०। ई०। फॅॉ. इं० १ भा० । मेमो0 Seeअनवस्थित चित्तत्वम् anavastbita-chi-| Kaju. ttatvam--सं० श्री. (1) बायु रोग। (ए)नाकार्डिनम् लैटिफ़ोलिया anacard. (Nervous disease) वै. निघ01 ium latifolia-ले० भिलावाँ, भल्लातक । For Private and Personal Use Only
SR No.020060
Book TitleAayurvediya Kosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRamjitsinh Vaidya, Daljitsinh Viadya
PublisherVishveshvar Dayaluji Vaidyaraj
Publication Year1934
Total Pages895
LanguageGujarati
ClassificationDictionary
File Size27 MB
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