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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www. kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir आकृति निदान चित्र २० - पीछेवाला बादीपन सिर बहुत बड़ा और आगे ओर झुका हुआ। माथा चरबीदार जिससे गद्दीकी तरह मालूम पड़ता है । आँखें कुछ-कुछ निकली हुई जो तस्वीर में नहीं दिखलाई पड़ सकतीं । नाककी आकृति स्वाभाविक प्रकार की है। मुँह और ठुड्डी कुछ कुछ बढ़ी हुई है । 'चेहरेको गरदनसे जुदा करनेवाली लकीर गायब । गरदन करीब करीब सिर की तरह बड़ी । गरदन के पीछे सिरको गरदन से जुदा करनेवाली लकीर गायब । पीछे की ओर कन्धे गोल हो गये हैं । सिर कुछ ज्यादा बड़ा । माथा चरबादार जिससे गद्दीकी तरह मालूम पड़ता है माँखें निस्तेज, आलस्य से भरी हुई और संकुचित हैं। नाक सामने की ओर बहुत मोटी है । मुँह कुछ खुला हुआ है पर मों के सबब से दिखलाई नहीं पड़ता । चेहरेको गरदनसे जुदा करनेवाली लकीर गायब । सिर दाहिनी चित्र २१ - पीछे वाला बादीपन ११६ या बायीं ओर नहीं घुमाया जा सकता । पीछे की ओर कन्धे बिलकुल गोल हो गये हैं। For Private And Personal Use Only
SR No.020024
Book TitleAakruti Nidan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorLune Kune, Janardan Bhatt, Ramdas Gaud
PublisherHindi Pustak Agency
Publication Year1949
Total Pages160
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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