________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir hey 4 * आदित्यंयेप्रपश्यंतिमांपश्यतिनसंशयः // 22 // त्रिसंध्यम येत्सूर्यस्मरेद्भक्त्यातुयोनरः // नसपश्यतिदारियंजन्मज न्मनिचार्जुन // 23 // एतत्तेकथितंपार्थआदित्यहृदयंमया।। शृण्वन्मुक्त्वाचपापेभ्यःसूर्यलोकेमहीयते // 24 // ओंन : मोभगवतेतुभ्यमादित्यायनमोनमः // आदित्यःसवितासू यःखगःपूषागभस्तिमान् // 25 // सुवर्णःस्फटिकोभानुः स्फुरितोविश्वतापनः / / रविविश्वोमहातेजाःसुवर्णःसुप्रबोध *कः // 26 // हिरण्यगर्भत्रिशिरास्तपनोभास्करोरविः // मार्तडोगोपतिःश्रीमान्कृतज्ञश्चप्रतापवान् // 27 // तमिस्र * *हाभगोहंसोनासत्यश्चतमोजुदः // शुद्धोविरोचन केशीसह स्रांशुर्महाप्रभुः // 28 // विवस्वान्पूषणोमृत्युमिहिरोजामद म्यजित् // धर्मरश्मि पतंगश्वशरण्योमित्रहातपः // 29 // दुर्विज्ञेयगतिःशूरस्तेजोराशिमहायशाः // शंभुश्चित्रांगदः 4 For Private and Personal Use Only