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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra विषय स्तनपाक उत्पादी - जीर्ण g -- wd ― - अन्तरालित ऊतीय तीव्र - यदम स्तनस्य तन्तुकोष्ठीय का व्रणशोथ से कोई संबंध नहीं है १७५ जीर्णकोष्ठीय १७४ • तन्वीयन युक्त७८९ प्रगुणनात्मक १७४ १७३ ५७१ स्थूलान्त्रपाक पृष्ट स्थैर्य १७५ १७४ स्तम्भ स्तिमितोवेगः स्तैमित्य स्त्री प्रजननाङ्गों पर व्रण शोथ का परिणाम १६३ स्थिरत्व ३९९ १११ १७५ जीर्ण प्रसेकी तीव्र प्रसेकी सवण रोग १७४ ३९९ ३९६ ३९६ ११२ १६ अकारादिरोगानुक्रमसूची www.kobatirth.org विषय स्निग्धगात्रता नैहिकनाश निपावन विहास देखो विहास स् 'ट्रापीकल ९०२ १००१ ३८६ ४०५ ८३ भेद सम्प्राप्ति १०७६ यक्ष्म ५३१ फिरङ्ग का प्रभाव ६१२ ३८३ ४१२ ९०९ १०७६ ४३३ २०३ ३७० स्फोटकाः स्रोतो रोध स्वरयन्त्रपाक - स्वेद स्वेदाप्रवर्तनम् हरिदुर्ष हिक्का सम्प्राप्ति हिचकी हिजावकाश हिमाप्रि यत्वम् हत्कपाटपाक हृत्पाक आम वातज पृष्ठ ३९७ २३५ २४० Am ६२ कर्त्ता कौन ? ६१ • परिणाम ६१ For Private and Personal Use Only Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir विषय हत्पेशीपाक - जांर्ण - ६७ अन्तरालीय ६१ ६७. जीवितक तन्त्वाभ तीव्र जीवाण्वीय वैषिक हृदन्तश्छदपाक कपाटीय ६७ ६७ ७६ ६२ ६२ अनुतीव्र जीवाण्वीय ६३ जीर्ण ६६ तीव्र जीवाण्वीय ६५ ६२ ३६६ - प्रकोष्ठीय १०६७ हृदयग्रह हृदयोपलेप हृद्रोग सम्प्राप्ति हल्लास हल्लेप हैप्टोफोर पृष्ठ ६६ हौज किनामय हौटेंटौट नितम्ब हौवेल - जौली पिण्ड सस फैक्टर ३९६ १०७६ ३९४ ३९६ १०३३ ६५६ ८२६ ८७३ ८७८
SR No.020004
Book TitleAbhinav Vikruti Vigyan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRaghuveerprasad Trivedi
PublisherChaukhamba Vidyabhavan
Publication Year1957
Total Pages1206
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size32 MB
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