________________
२-०
समाचारी प्रकरण चतुर्भगी ,
०-८ जैन मेघदूत चतुर्विशति ऐंद्रस्तुति
०-६ सुकृतसंकीर्तन ,
..१-० उपदेशपद सटीक–बे भाग (कर्ता हरिभद्रसूरीश्वरजी) ८-० श्रीपाल चरित्र
- '०-१४ निर्वाणकलिका-(कर्ता पादलितसूरि) ...... १-८ विचाररत्नाकर- (सं. सागरानंदसूरीश्वरजी) ३-०. पंचसंग्रह सटीक—प्रथम भाग , पंचवस्तु सटीक—(कर्ता श्री हरिभद्रसूरि) ,, ३-० तत्त्वार्थाधिगम सभाष्य-सचित्र (सं. श्रीमोतीलाल लाधाजी) ३-४ सत्त्वार्थाधिगम-पूर्वार्ध उत्तरार्ध-सटीक (प्रो. हीरालाल
कापडीया) टीकाकार-सिद्धसेनगणि १२-० लोकप्रकाश प्रथम भाग (श्री सागरानंदसूरि) ३-० लोकप्रकाश-मूल २-३-४ भागना
.. ६-० लोकप्रकाश—गुजराती अनुवाद प्रथम द्वितीय भाग प्रत्येकना ३-८ लोकप्रकाश तृतीय भाग . .. ....३-८ चर्तुविंशतिका सचित्र बप्पभट्टिकृत टीका तथा गूजराती.... भाषांतर अने शब्दकोश साथे [सं. प्रो. हीरालाल कापडिया] ६-० भक्तामरस्तोत्र पादपूर्ति-काव्यसंग्रह बे भाग[बीजुंउपर प्रमाणे]६-८ चतुर्विंशतिका सचित्र चार टीकायुक्त शोभनमुनिकृता...'८-०