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तपागच्छ कागळनो हस्तलिखित ग्रंथभंडार - श्री सुपार्श्वनाथ जैन मंदिर जैसलमेर झेरोक्ष सी.डी. ग्रंथान
विशेष नोंध
भाषा
संवत
पत्र संख्या
स
................... १६२१
............ १७६८
... १७६२ .... १६२० ... १६६५
૮
२९६ ग्रंथांक प्रथनु नाम
कर्ता ५५५..... चउशरणपईना .................
संस्तारक सह टब्बार्थ ...... चतुःशरणटब्बार्थ
वीरभद्रसाधु चतुःशरण सह बालावबोध ............ चउशरणपईना (मूळ) चतुःशरण सह टन्नार्थ ....... भक्तपरिज्ञा.
[विनीतसागर ..... संस्तारकपयना ...................... शतसंवत्सरी.......................... सारस्व त .......................... रघुवंश .........
कालिदास ....... विष्णुसहस्रनाम सटीक ...... कुमारसंभव सह टीका .... ............. कालिदास .. हमशब्दानुशासनन्यास ................... हेमचंद्रसूरि ... सारस्व त ................................ कातंत्रविभ्रमसूत्र .......................... जिनप्रभसूरि. तर्कपरिभाषा ...........
केशवमिन अभिधानचिंतामणि शीलोञ्छ ............... हेमचंद्रसूरि... हैमधातुपाठ सस्तबक.
हेमचंद्राचार्य, सिद्धांतकौमुदी (वैदिक प्रक्रिया)........... दिक्षीत .... एकाक्षरी नाममालिका ......... अनेकार्थध्वनिमंजरी (शब्दरत्नप्रदीप)...... हेमआचार्य
हैमलिंगानुशासन ...... ५७८ .....- एकाक्षरीनाममालिका .... ५७९ ...... शब्दसंचय ...... ५८०..... अनेकार्थशब्दसंग्रह ........... ५८१..... भववैराग्यशतक सह टब्बार्थ .......... ५८२.....-नलदमयंतीचंपू ......
3+१८७-२३०
............... ५६८..३२५
........५००/B... ५८८.-३२५
.........५७४... ५८२......
.........५७४...५८२..
q५७८
५७४... ५८२.३२५
५७४...५८२---- ...५७४... ५८२ .३२५
.........५७४... ५८२
.३२६ .......
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