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लोकागच्छ कागळनो हस्तलिखित ग्रंथभंडार - जैसलमेर दुर्ग सी.डी. ग्रंथान
विशेष नोध
| भाषा
संवत्
। पत्र संख्या
झेरोक्ष
+
:
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... १८१६ ..........१-५३ १७६५ ......... १-१३
२.४४
१-२ १-४३ १-८
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१८६०/-........
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. १८५
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१-१४
939-२८७
२३६ | ग्रंथांक
ग्रंथर्नु नाम निरियावलिकादि संग्रहणी सूत्र वृत्ति टबो ......... नवतत्त्व + जीवविचारप्रकरण सह टब्बार्थ. संग्रहणीसूत्र मूल त्रूटक दानशीलतपभावना कुलक ........ संग्रहणीसूत्र मूल ................. गौतमपृच्छा मूल ................. दशवैकालिकसूत्र टब्बार्थ इंद्रियपराजयशतक टब्बार्थ त्रूटक ...........
संग्रहणीसूत्र मूल ................ १४२..... पंचसूत्र ......................... ........... चिरंतनाचार्य .....
संग्रहणीसूत्र सह बालावबोध .............. नवतत्त्व सह टबो.....
पिंडविशुद्धि सह बालावबोध .............. जिनवल्लभसूरि १४६ ... पिंडविशुद्धि मूल ..... संग्रहणीसूत्र
मलधारि हेमचंद्र. १४८ निशीथसूत्र. १४९.....संग्रहणीसूत्र ..
निशीथसूत्र
श्राद्धदिनकृत्य प्रकरण................. १५२.. आवश्यकसूत्र सह टब्बो ................. १५३.. नवतत्वजीवविचार सह टबो ......................
सूत्रकृतांग सूत्र सह टवार्थ. १५५/१.. इकविंशतिस्थानक टक ................ १५५/२. उत्तराध्ययनसूत्र .................... १५६....-चउसरण.......................... १५७.... अनुत्तरोपपातिकदशांगसूत्र ........... १५८..... षडावश्यकसूत्राणि व पाठ .....
.२-९ .. १८८१/.......९३-१०५
..१-५ .....१-३५
१-१० १-२९
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१८९४
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१५४..
............ १८६८
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